नागपुर हिंसा मामले में बड़ा अपडेट सामने आया है। नागपुर पुलिस कमिश्नर ने कहा कि फहीम शमीम खान को अरेस्ट कर लिया गया है। इसके बाद उसे कोर्ट में पेश किया गया, जहां उसको 21 मार्च तक पुलिस कस्टडी में भेजा गया है। उसके साथ अरेस्ट किए गए 51 लोगों को भी पुलिस कस्टडी में भेजा गया है। पुलिस ने दावा किया कि दंगे भड़काने में 40 साल के फहीम खान की मुख्य भूमिका है। बता दें कि फहीम खान 2024 के लोकसभा चुनाव में नागपुर सीट से चुनाव लड़ चुका है।
जांच में सामने आया कि फहीम ने भड़काऊ भाषण देकर लोगों को उकसाया था। इसके बाद ही हिंसा भड़की। फहीम खान नागपुर के संजय बाग काॅलोनी के यशोधरा का रहने वाला है। पहले भी उसका नाम विवादों में सामने आ चुका है। चुनाव में उतरने के साथ ही वह राजनीति में भी सक्रिय हो गया।
NSA लगाने की तैयारी में पुलिस
नागपुर पुलिस हिंसा भड़काने के मामले में उस पर एनएसए के तहत कार्रवाई कर सकती है। पुलिस फिलहाल उसकी काॅल डिटेल्स और सोशल मीडिया गतिविधियों की जांच कर रही है, ताकि उसके नेटवर्क का खुलासा किया जा सके।
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पुलिस ने बताया कि नागपुर हिंसा की साजिश पहले ही रची गई थी। फहीम खान ने कुछ लोगों को इकट्ठा कर सुनियोजित दंगा भड़काने का काम किया था। रिपोर्ट के अनुसार हिंसा से एक दिन पहले गणेशपेठ थाने के बाहर लोगों को जमा कर औरंगजेब जिंदाबाद के नारे लगाए थे। पुलिस के अनुसार भीड़ को उकसाने में उसकी बड़ी भूमिका है। सेामवार की रात सेंट्रल नागपुर के चिटनिस पार्क इलाके में हिंसा भड़की थी। इस दौरान दंगाइयों ने जमकर पुलिस पर पथराव किया, जिसमें 34 पुलिसकर्मी घायल हो गए।
हिंसा मामले में पुलिस अब तक 50 लोगों को अरेस्ट कर चुकी है, जिसमें मुख्य आरोपी भी शामिल है। पुलिस कमिश्नर रविंद्र कुमार सिंघल ने बताया कि हालात फिलहाल नियंत्रण में हैं। हालांकि अभी भी 12 थाना क्षेत्रों में जमाबंदी लागू है।
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