मुंबई के मशहूर लीलावती अस्पताल में काला जादू का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। साथ ही लीलावती अस्पताल ट्रस्ट के वर्तमान सदस्यों ने पूर्व ट्रस्टियों पर 1200 करोड़ रुपये की हेराफेरी करने का आरोप लगाया है। यह भी आरोप है कि वर्तमान ट्रस्ट के सदस्यों के दफ्तरों के नीचे से हड्डियों और मानव बालों से भरे 8 कलश मिले हैं, जिससे हड़कंप मच गया। इस मामले में पुलिस ने एफआई दर्ज कर ली है।
मुंबई पुलिस के पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह वर्तमान में लीलावती अस्पताल के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर हैं। पूर्व कमिश्नर ने कथित तौर पर लीलावती अस्पताल के पूर्व मैनेजमेंट पर 1200 करोड़ रुपये घोटाला करने का आरोप लगाया। मुंबई के बांद्रा पुलिस स्टेशन में 17 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है, जिसमें मैनेजमेंट से जुड़े हुए लोग शामिल हैं। इरेगुलेरिटीज इंटरनल ऑडिट के बाद यह मामला सामने आया है।
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वर्तमान ट्रस्टी ने पुलिस और ED से शिकायत की
इस मामले में लीलावती कीर्तिलाल मेहता मेडिकल ट्रस्ट ने पुलिस और ED से शिकायत की और धनराशि वापस पाने के लिए अदालत का भी दरवाजा खटखटाया है। ट्रस्ट का आरोप है कि इन पैसों की कमी के कारण अस्पताल में प्रतिदिन हजारों मरीजों को दी जाने वाली सेवाएं प्रभावित हो रही हैं। लीलावती अस्पताल के कार्यकारी निदेशक परमबीर सिंह ने गुरुवार को मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि कथित रूप से जिम्मेदार ट्रस्टी बेल्जियम और दुबई में हैं।
EOW को ट्रांसफर किया गया पूरा मामला
फिलहाल, यह मामला मुंबई के इकोनॉमिक ऑफेंस विंग (EOW) को ट्रांसफर कर दिया गया है। परमबीर सिंह ने बताया कि पूर्व ट्रस्टियों ने अस्पताल में काला जादू भी किया था और फर्श के नीचे हड्डियों और मानव बालों से भरे कलश भी मिले। किसी पुराने कर्मचारियों ने उन्हें इस पूरे घोटाले के बारे में बताया।
इन लोगों के खिलाफ FIR दर्ज
चेतन मेहता, निकेत मेहता, रश्मी मेहता, भावनी मेहता, सुशीला मेहता, आयुष्मान मेहता, निमेश शेट, अक्ना मेडिकल प्रा.लि, सौरभ पाण्डे, महादेवन नारायणमोनी, कल्पना श्रीनिवासन, ईषा सादना, धीरज जैन, श्रीजी डिल्टीर्ब्यूटर्स फार्मा प्रा.लि, शंकर बदाम, वर्धमान हेल्थ स्पेशालीटीज प्रा.लि, मयांक कपूर।
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