Morena Gajak (Sudhir): गजक सर्दियों में खाई जाने वाली एक मशहूर मिठाई है, जो स्वाद और सेहत दोनों का पिटारा है। बात गजक की आती हैं तो सबसे पहले मुरैना की गजक का नाम याद आता है। इस गजक की वाह-वाही देश-विदेश में की जाती है। पिछले साल इस गजक को GI टैग भी मिल चुका है। हाल ही में नई दिल्ली में एक अंतर्राष्ट्रीय मेले का आयोजन किया गया था, जहां इस गजक को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर द्वितीय पुरस्कार प्राप्त हुआ है।
क्या खासियत है इस गजक की?
मुरैना गजक मध्य प्रदेश के मुरैना जिले की एक मशहूर मिठाई है, जो खासतौर पर सर्दियों में तैयार की जाती है। इसकी गुणवत्ता ने ही इसे देश-विदेश में खास पहचान दिलाई है। कहते हैं कि चंबल नदी का पानी मीठा है और उसी तासीर के कारण यहां की गजक में खस्तापन रहता है। इसके अलावा, अच्छी गजक के लिए अच्छी क्वालिटी वाले तिल भी जरूरी हैं। गजक में जितना ज्यादा तिल होगा, गजक का स्वाद उतना ज्यादा खस्ता होगा।
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400 साल पुराना है इतिहास
मुरैना की इस गजक का इतिहास 400 साल पुराना है। यह मिठाई सर्दियों के दिनों में सबसे ज्यादा खाई जाती है। साथ ही, सेहत के मामले में भी इस गजक का कोई जवाब नहीं है। सर्दियों में इसे खाने से इम्यूनिटी स्ट्रॉन्ग होती है।
देश-विदेश तक फैला है बिजनेस
सर्दियों के सीजन में खाई जाने वाली यह गजक 200 करोड़ रुपये से ज्यादा का बिजनेस चलाती है। मुरैना की मशहूर गजक अमेरिका, इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया, दुबई जैसे कई देशों में भेजी जाती है। मुरैना की गजक अमेरिका, इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया, दुबई आदि कई देशों में भेजी जाती है।
[caption id="attachment_987247" align="alignnone" ] photo credit-Meta AI[/caption]
कैसे बनती है यह गजक?
यह गजक खास तरीके से बनाई जाती है। इसे बनाने के लिए सबसे पहले गुड़, चीनी और पानी के मिश्रण से एक चाशनी पकाई जाती है। जब यह लपेटेदार पेस्ट की तरह बन जाता है, तो इसे अच्छे से मिलाकर कील पर लटका कर टांगा जाता है। इसके बाद तिल को रोस्ट करके, ठंडा किया जाता है। इसके बाद दोनों को मिलाकर साथ में मिक्स करके कूटा जाता है और छोटे टुकड़ों में काटा जाता है।
सेहत के लिए फायदेमंद गजक
पोषण से भरपूर इस गजक में प्रोटीन, आयरन, कैल्शियम और गुड फैट्स होते हैं।
गुड़ और तिल का मिश्रण साथ खाने से शरीर को एनर्जी मिलती है।
मुरैना गजक को रोजाना खाने से हड्डियों को मजबूती मिलती है। साथ ही, एनीमिया के मरीजों को भी यह गजक खाना फायदेमंद है।
ये भी पढ़ें: 21 दिन तक रोज पिएं इस पत्ते का जूसDisclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले विशेषज्ञों से राय अवश्य लें। News24 की ओर से जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।