ग्वालियर: मध्यप्रदेश के ग्वालियर जिले में सरकारी जमीन पर महापुरुषों की मूर्ति लगाने और फिर विवाद के हालात बनने के चलते कलेक्टर ने सख्त एक्शन लिया है। ग्वालियर के बिलौआ में गौशाला की सरकारी जमीन पर डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की मूर्ति स्थापित किए जाने के मामले में 6 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। वहीं मौके से बाबा साहब की मूर्ति को हटवाकर सुरक्षित स्थान पर रखवाया गया है।
इससे पहले भी हो चुका विवाद
दरअसल, रविवार को लघु उद्योग निगम की अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री इमरती देवी का बिलौआ में अंबेडकर प्रतिमा को लेकर विवाद हुआ था। इस दौरान इमरती देवी और महिलाओं की नोकझोंक का वीडियो वायरल हुआ था। इसके पहले भितरवार के गोहिंदा गांव में भी सरकारी जमीन पर अंबेडकर प्रतिमा लगाने का विवाद तूल पकड़ा था, जिसके बाद मामले में प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए CRPC 145 के तहत कार्रवाई की थी,जिसके चलते तनावपूर्ण माहौल खत्म किया जा सके।
बहरहाल, बिलौआ मामले में गौशाला की सरकारी जमीन से बाबासाहेब अंबेडकर की प्रतिमा को हटवा कर सुरक्षित स्थान पर रखवा दिया है। वहीं जिले घट रहे इन घटनाक्रम पर कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह का कहना है कि महापुरुषों की मूर्ति लगाने के लिए उनके पास प्रस्ताव आना चाहिए, बिना परमिशन के कोई भी महापुरुषों की मूर्ति सरकारी जमीन पर नहीं लगा सकता है।
ग्वालियर में सरकारी जमीन पर मूर्ति लगाने का ट्रेंड चल गया है अगर कोई व्यक्ति सरकारी जमीन पर किसी भी महापुरुष मूर्ति लगाने का प्रयास करेगा तो उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।