MP News: राजधानी भोपाल में राजभवन में आज अखंडता उत्सव समारोह हुआ। जिसमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उन्हें बचपन में पढ़ाने वाली शिक्षिकाओं से मुलाकात की। इस दौरान सीएम अपनी शिक्षिकाओं को देख कर भाव-विभोर हो उठे। उनकी पुरानी यादें फिर ताजा हो गई।
बता दें कि गुजरात और महाराष्ट्र के स्थापना दिवस पर राजभवन के संदीपनि सभागार में सांस्कृतिक कार्यक्रम हुआ था। जिसमें भोपाल में रहने वाले गुजराती और मराठी समाज के लोग एकजुट हुए थे। इस दौरान सीएम शिवराज और राज्यपाल मंगूभाई पटेल ने सभी से मुलाकात की है। इसी दौरान सीएम शिवराज को उनके बचपन की शिक्षिकाएं भी मिली।
बचपन लौट आया
अपने बचपन की शिक्षिकाओं से मिलने के बाद कहा कि ‘आज ऐसा लगा कि बचपन लौट आया है। मुझे चौथी कक्षा में पढ़ाने वाली मातृतुल्य शिक्षिका कोकिला शेठ जी एवं रोहिणी फड़निस जी के अचानक दर्शन हुए, तो मन अनूठे आनंद से भर गया। जीवन के वो क्षण भी अमूल्य थे और यह भी। चरणों में सादर प्रणाम करता हूं।’
सीएम शिवराज ने बताया कि जैसे ही उन्हें सभागार में श्रीमती कोकिला शेठ और श्रीमती रोहिणी फड़नीस को देखा वे तत्काल आशीर्वाद प्राप्त करने उनके पास पहुंचे, चरण स्पर्श कर उनका अभिवादन किया और आशीर्वाद प्राप्त किया। इस दौरान कोकिला शेठ और फड़नीस ने बताया कि पुराना भोपाल क्षेत्र की मारवाड़ी रोड पर संचालित तत्कालीन श्री गुजराती समाज प्राथमिक शाला में वे सीएम शिवराज सिंह चौहान की शिक्षिका थी।
भोपाल में बीता सीएम का बचपन
बता दें कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का बचपन भोपाल में ही गुजरा है। उन्होंने अपने बचपन की पढ़ाई भोपाल के सरकारी स्कूल से ही की है। ऐसे में सीएम शिवराज कई बार अपने बचपन के स्कूल भी जाते रहते हैं।