CM Shivraj: मध्य प्रदेश के किसानों के लिए जरुरी खबर हैं। प्रदेश में बारिश और ओलावृष्टि से कई जिलों में फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है। जिससे प्रदेश के किसानों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं शिवराज सरकार ने फसलों का मुआवजा देने का ऐलान किया है। इसके अलावा कृषि मंत्री कमल पटेल ने भी बड़ा बयान दिया है।
कलेक्टर करेंगे फसलों को सर्वे
कृषि मंत्री कमल पटेल ने बताया कि बर्बाद हुई फसलों के मुआवजे के लिए पूरी तैयारी कर ली गई है। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने सभी जिलों के कलेक्टरों को निर्देशित किया है वह खुद खेतों में जाकर फसलों का सर्वे करें और किसानों को मुआवजा देने की तैयारी करे। कमल पटेल ने कहा कि ‘संकट के समय किसानों की ढाल बनकर मध्य प्रदेश सरकार खड़ी है, अगर किसी भी किसान की फसल बारिश और ओलावृष्टि से खराब हुई है तो उसका पूरा जिम्मा सरकार अपने ऊपर लेती है।’
बेमौसम बारिश और ओले गिरने से फसलों को काफ़ी नुकसान हुआ है,सीएम श्री @ChouhanShivraj जी के नेतृत्व में भाजपा सरकार संकट के इस समय किसानों के साथ है,सभी कलेक्टरों को निर्देशित कर दिया गया है आरबीसी 6-4 और फसल बीमा के माध्यम से नुकसान की भरपाई की जाएगी,किसानों का संकट हमारा संकट है। pic.twitter.com/aF3I7kqbry
— Kamal Patel (@KamalPatelBJP) March 20, 2023
---विज्ञापन---
किसानो को पूरा मुआवजा मिलेगा
कमल पटेल ने कहा कि ‘हमने कलेक्टर को निर्देशित किया है कि एक आरसी किसानों के खेतों में जाइए सर्वे कीजिए वीडियोग्राफी कीजिए जितनी बर्बादी हुई है उसका आंकलन कीजिए, इतना ही नहीं आंकलन के वक्त किसानों को भी अपने साथ रखिए। क्योंकि किसानों को उनकी फसल के नुकसान का पूरा मुआवजा दिया जाएगा। फसल बीमा कंपनियों को भी निर्देशित कर दिया गया है कि वो भी जाकर सर्वे करें और एक कॉपी किसान को भी दें एक कॉपी कलेक्टर को जिससे जो भी सर्वे हुआ है उसका पंचनामा बने और कोई भी हेरा-फेरी ना हो सके।
25 मार्च तक हो जाएगा सर्वे
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने खराब हुई फसलों को लेकर बैठक बुलाई है। सीएम ने बताया कि प्रदेश के 20 जिलों में असमय बारिश और ओलावृष्टि की जानकारी आई है, 6 से 8 मार्च के लगभग हुई बारिश के दौरान पहले फेस का सर्वे पूरा हो चुका है। 16 से 19 मार्च तक दूसरे फेस का सर्वे शुरू हो चुका है, सभी जगह सर्वे दल गठित हो चुके है और सर्वे का काम चल रहा है।
सर्वे दल में राजस्व, कृषि और पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के अमले को शामिल किया गया है। सीएम ने कहा कि आरबीसी 6-4 के अंतर्गत फसल नुकसान की भरपाई की जाएगी, कई जगह पशु हानि की भी सूचना आई है पशु हानि के भी नुकसान की भरपाई मध्यप्रदेश सरकार करेगी। फसल सर्वे का पूरा काम 25 मार्च तक हो जाएगा।
फसलों को भारी नुकसान
बता दें कि मध्य प्रदेश में पिछले चार दिनों से तेज बारिश और ओलावृष्टि का दौर जारी है। प्रदेश के कई जिलों में फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है। सबसे ज्यादा नुकसान गेंहू, चना, सरसों और मसूर की फसलों को हुआ है। कई जिलों में तो फसलें 80 प्रतिशत तक बर्बाद हुई हैं। ऐसे में किसानों को उनकी फसलों का मुआवजा देने का ऐलान सरकार ने किया है।