---विज्ञापन---

40 नेताओं ने BJP की राह में बिछाए कांटे, क्या डैमेज कंट्रोल कर पाएगा हाईकमान?

Haryana Assembly Elections 2024: हरियाणा बीजेपी की पहली लिस्ट जारी होने के बाद शुरू हुई बगावत रुकने का नाम नहीं ले रही है। कई सीटों पर तो पूर्व मंत्रियों के टिकट काटे जाने के बाद घमासान दिख रहा है। पार्टी ने डैमेज कंट्रोल को लेकर कवायद शुरू कर दी है। पूरी बात जानते हैं।

Edited By : Parmod chaudhary | Updated: Sep 7, 2024 15:32
Share :
Haryana Assembly Election 2024

Haryana Assembly Elections: बीजेपी ने हरियाणा में 5 अक्टूबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए 67 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की थी। जिसके बाद पार्टी में बगावत शुरू हो गई थी। अब तक कई नेता पार्टी से बागी होकर निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुके हैं। लेकिन अब केंद्रीय नेतृत्व की ओर से रूठों को मनाने की कोशिश की जा रही है। सभी नेताओं से बातचीत हो रही है। सबसे अधिक बगावत हिसार, गुरुग्राम, फतेहाबाद, रेवाड़ी, रोहतक, सोनीपत, झज्जर, अंबाला और करनाल जिले में देखने को मिल रही है।

यहां से कई विधायकों, मंत्रियों और निगम चेयरमैनों के टिकट काटे गए हैं। जिसके बाद लगभग 40 नेता इस्तीफा दे चुके हैं। इन नेताओं ने चेतावनी दी है कि अगर पार्टी ने टिकट नहीं बदले तो वे निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे। इस्तीफों की झड़ी लगी हुई है। अब बीजेपी ने डैमेज कंट्रोल की कवायद शुरू की है। पार्टी हाईकमान ने बागी हुए नेताओं से बात की है। कई केंद्रीय मंत्री और सीएम नायब सैनी ने खुद बागी नेताओं से फोन पर बात की है।

---विज्ञापन---

सैनी कर्णदेव कंबोज को मनाने खुद पहुंचे घर

बता दें कि पूर्व मंत्री कर्णदेव कंबोज को मनाने सीएम सैनी खुद उनके घर पहुंचे। उनके साथ मंत्री सुभाष सुधा भी थे। PPP के स्टेट कोऑर्डिनेटर डॉ. सतीश खोला ने रेवाड़ी से टिकट मांगा था। जो अब नाराज बताए जा रहे हैं। उनसे भी सीएम ने बात की है। जिसके बाद मनोहर लाल ने फोन कर उनको दिल्ली तलब किया था। अब खोला ने कहा है कि वे निर्दलीय चुनाव नहीं लड़ेंगे। वहीं, पूर्व विधायक रणधीर सिंह कापड़ीवास को भी सीएम ने रोहतक में बुलाकर भरोसे में लिया है। पर्यटन निगम के पूर्व चेयरमैन डॉ. अरविंद यादव से भी हाईकमान संपर्क कर चुका है।

यह भी पढ़ें:BSP-ASP किसका बिगाड़ेगी खेल? गठबंधन से INLD-JJP को कितना फायदा? कांग्रेस-BJP को कितना नुकसान?

बागी नेताओं को मनाने की जिम्मेदारी हाईकमान ने उन नेताओं को भी दी है, जिनको टिकट मिला है। नामांकन से पहले भाजपा हर कोशिश कर रही है कि बागी मान जाएं। रेवाड़ी से इस बार लक्ष्मण सिंह यादव को टिकट मिला है। जिसके बाद सतीश खोला, सुनील मुसेपुर और डॉ. अरविंद यादव ने विरोध किया था। लेकिन लक्ष्मण तीनों से उनके घर जाकर मिले हैं। माना जा रहा है कि तीनों से बातचीत के बाद अब लक्ष्मण को आश्वासन मिल गया है कि वे उनकी मदद करेंगे। रणधीर सिंह कापड़ीवास को लेकर अभी कुछ नहीं कहा जा सकता। बताया जा रहा है कि भाजपा ने एक मॉनीटरिंग टीम बनाई है। जो बागियों और संभावित बागियों पर निगाह रख रही है। शीर्ष नेतृत्व को भी रिपोर्ट दी जा रही है।

बड़े नेताओं की बैठकों पर बीजेपी की निगाह

रविवार को टिकट पाने में नाकाम रहे हरियाणा के कई नेताओं ने अपने समर्थकों की मीटिंग बुलाई है। जिसके बाद पार्टी की नजर उन पर है। इन नेताओं का कहना है कि वे अपने समर्थकों से राय शुमारी करेंगे। जिसके बाद तय होगा कि वे चुनाव लड़ेंगे या नहीं। रेवाड़ी के कोसली में पूर्व मंत्री बिक्रम ठेकेदार और सोनीपत में पूर्व मंत्री कविता जैन टिकट न मिलने पर तीखे तेवर दिखा चुकी हैं। रेवाड़ी सीट पर दावेदारी जताने वाले पूर्व जिला प्रमुख सतीश यादव ने भी अपने समर्थकों की मीटिंग बुलाई है। सन्नी यादव ने अपने पैतृक गांव बुढ़पुर में मीटिंग बुला रखी है। जिसमें वे आगामी निर्णय लेंगे।

यह भी पढ़ें:हरियाणा की राजनीति के ट्रेजेडी किंग, अधूरा रहा CM बनने का ख्वाब; कभी ली थी हुड्डा की जीत की गारंटी

HISTORY

Written By

Parmod chaudhary

First published on: Sep 07, 2024 03:32 PM

Get Breaking News First and Latest Updates from India and around the world on News24. Follow News24 on Facebook, Twitter.

संबंधित खबरें