Haryana Assembly Election: गुरुग्राम विधानसभा सीट पर इस बार त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिल रहा है। इस सीट पर शत-प्रतिशत शहरी वोटर हैं। भाजपा ने इस बार ब्राह्मण चेहरे मुकेश शर्मा पर दांव खेला है। वहीं, कांग्रेस ने पंजाबी समाज के मोहित ग्रोवर को टिकट दिया है। JJP-ASP ने अशोक जांगड़ा और BSP-INLD ने गौरव भाटी को टिकट दिया है। आम आदमी पार्टी (AAP) से डॉ. निशांत आनंद मैदान में हैं। नवीन गोयल भाजपा से टिकट मांग रहे थे। जो टिकट न मिलने पर बागी होकर चुनाव लड़ रहे हैं। अगर वोटरों की सहानुभूति उनको मिली तो कांग्रेस को फायदा मिल सकता है। क्योंकि बीजेपी के वोटों में बिखराव होगा। अगर पंजाबी वोट उनकी ओर खिसके तो कांग्रेस के साथ भी खेल हो सकता है।
6 बार यहां से जीत चुकी कांग्रेस
गुरुग्राम सीट पर अब तक 13 चुनाव हो चुके हैं। 3 बार बीजेपी और 6 बार कांग्रेस को यहां से जीत मिली है। 2014 और 2019 में बीजेपी बड़े मार्जिन से जीती थी। इस बार एंटी इनकंबेंसी की स्थिति बीजेपी के साथ है। गुरुग्राम सीट पर 443593 वोटरों में लगभग एक लाख वोट पंजाबी समुदाय के हैं। पिछली बार मोहित ग्रोवर पंजाबी समाज से निर्दलीय लड़े थे। जिनको करीब 48 हजार वोट मिले। यहां 40 हजार वोट जाटों के हैं। जो हुड्डा के प्रभाव के चलते कांग्रेस की ओर शिफ्ट हो सकते हैं।
आप सभी ने निरंतर मुझे समर्थन दिया है। आज मैं जिस मुकाम पर हूं वो आप सभी की बदौलत ही है।
आप अपना अमूल्य वोट देकर मुझे विजयी बनाएं और मैं विश्वास दिलाता हूं कि मैं पूरी ईमानदारी से गुरुग्राम की सेवा करूंगा | #HaathBadlegaHalaat #Gurugram#grovergurgaongrowth pic.twitter.com/CNqe0F2wDi
---विज्ञापन---— Mohit Grover (@MohitGroverINC) September 17, 2024
ब्राह्मण और वैश्य समाज के 50-50 हजार वोट हैं। पिछली बार अधिकतर वोट बीजेपी को मिले थे। इस बार नवीन गोयल के आजाद चुनाव लड़ने पर इनमें बिखराव हो सकता है। माना जा रहा है कि जितने वोट नवीन को मिलेंगे, उतना ही फायदा कांग्रेस को होगा। गुरुग्राम की सीट से आज तक कोई ब्राह्मण चेहरा नहीं जीता है। जीएल शर्मा बीजेपी से टिकट मांग रहे थे। लेकिन पार्टी ने मुकेश शर्मा पर दांव खेला। आज तक गुरुग्राम से 4 बार जाट, 4 बार पंजाबी और 3 बार वैश्य समाज के लोग विधायक बने हैं। सबसे अधिक वोटर होने के बाद भी पिछले तीन चुनाव में तो पंजाबी समाज को भी निराशा हाथ लगी है।
आपकी सेवा में शरीर का कण-कण अर्पित है,#गुरुग्राम के लिए मेरा जीवन समर्पित है!!#naveengoyalgurugram #Gurgaon #kaamhiphechan pic.twitter.com/hwmMz9xP7m
— Naveen Goyal (@NaveenGoyal4GGM) September 6, 2024
उम्मीदवारों के अपने-अपने दावे
मुकेश शर्मा ने 2009 में बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ा था। 2014 में उनका टिकट कट गया। जिसके बाद बादशाहपुर से निर्दलीय लड़े। लेकिन हार गए। अब वे बीजेपी के 10 साल के कार्यकाल में हुए कामों के आधार पर जनता के बीच जा रहे हैं। गुरुग्राम को जाम से निजात दिलाना, फ्लाईओवर आदि बनवाने का वादा कर रहे हैं। मोहित ग्रोवर के पिता स्व. मदनलाल ग्रोवर का पंजाबी समाज में दबदबा रहा है। 2019 में मोहित निर्दलीय लड़े और 48638 वोट लेकर दूसरे नंबर पर रहे थे। बाद में दीपेंद्र हुड्डा उनको कांग्रेस में लाने में कामयाब रहे थे। अब वे लोगों के बीच जाकर यहां विकास नहीं होने, सड़की की खराब हालत का मुद्दा उठा रहे हैं। दावा कर रहे हैं कि कांग्रेस की सरकार बनने के बाद इलाके का विकास करवाएंगे।
मेरे निवास जलवायु टावर गुरुग्राम पर भजन संध्या आयोजित की गई गुरुग्राम विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी भाई @MukeshSharmaGG की मुख्य अतिथी के रूप में गरिमामयी उपस्थिति रही ।
सभी निवासियों ने भाई मुकेश शर्मा को अपना समर्थन एवं विजयी होने का आशीर्वाद दिया । @kamalyadav77 pic.twitter.com/VX1lFigNE9— Ajay Dua 🇮🇳 (@AjayDua4bjp) September 27, 2024
आजाद उम्मीदवार नवीन गोयल ने अपना खुद का संकल्प पत्र जारी कर रखा है। महिलाओं के लिए अस्पतालों में अच्छी सुविधा, खेल स्टेडियम का निर्माण करवाना, पार्किंग और सीवरेज की व्यवस्था आदि का दावा पत्र में किया है। गोयल खुद को 11 साल से इलाके में सक्रिय बता रहे हैं। जेजेपी-एएसपी और बीएसपी-इनेलो गठबंधन फाइट में तो नहीं दिख रहा, लेकिन दोनों को जितने वोट मिलेंगे, उतना नुकसान कांग्रेस और बीजेपी को होगा। अब देखने वाली बात होगी कि जनता किस उम्मीदवार को अपना समर्थन देती है?
गुरुग्राम में परिवर्तन होगा जब निशांत को समर्थन होगा।
शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, निशांत के संकल्प में
प्रगति से परिवर्तन, निशांत को समर्थन। pic.twitter.com/xrxh52xNb2
— Dr. Nishant Anand (@drnishantadv) October 1, 2024
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