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क्या स्मृति ईरानी होंगी दिल्ली में BJP का मुख्यमंत्री चेहरा? प्रचार अभियान में उतारने की तैयारी तेज

Smriti Irani: स्मृति ईरानी को 2025 में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर दिल्ली में पार्टी का प्रचार अभियान संभालने की जिम्मेदारी देने पर चर्चा हुई है।

केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी (एएनआई)
Smriti Irani as BJP face for Delhi poll campaign: दिल्ली में अभिनेत्री और पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी बीजेपी का चेहरा बन सकती हैं। दरअसल, बीते दिनों हुई पार्टी पदाधिकारियों की बैठक में इस विषय पर चर्चा हुई है। जिसके बाद राजनीतिक गलियारे में यह अटकलें तेज हैं कि पार्टी ईरानी को दिल्ली में आप की आतिशी मार्लेना के सामने उतार सकती है। बीजेपी से जुड़े लोगों का कहना है कि बैठक में स्मृति ईरानी को 2025 में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर दिल्ली में पार्टी का प्रचार अभियान संभालने की जिम्मेदारी देने पर चर्चा जरूर हुई है। लेकिन इसका मतलब ये कतई नहीं है कि वह पार्टी की सीएम फेस होंगी। ये भी पढ़ें: बिना नंबर प्लेट के स्कूटी चलाना ‘क्राइम’ नहीं! धोखाधड़ी के केस में आया हाई कोर्ट का बड़ा ऑर्डर

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बाद स्टार प्रचारकों में है गिनती

बीजेपी सूत्रों के अनुसार दिल्ली में पार्टी पूर्व केंद्रीय मंत्री को इसलिए आगे कर सकती है कि वह देश और सूबे की राजनीति में एक चर्चित चेहरा हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बाद पार्टी की दूसरे नंबर की स्टार प्रचारकों में से एक हैं। बता दें 2025 में दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों पर चुनाव होने हैं। हाल ही में आम आदमी पार्टी ने आतिशी मार्लेना को सीएम बनाने का निर्णय लिया है। राजधानी की राजनीति में इस बदलते घटनाक्रम के बाद बीजेपी भी अपनी मजबूत महिला लीडर को आगे कर सकती है।

दिल्ली का कोई जीता हुआ सांसद क्यों नहीं?

जानकारी के अनुसार लोकसभा चुनाव 2024 में स्मृति ईरानी अमेठी सीट से चुनाव लड़ी थीं। इस सीट पर वह कांग्रेस के किशोरी लाल से चुनाव हार गई थीं। दिल्ली में बीजेपी से लोकसभा में प्रवीण खंडेलवाल, कमलजीत सहरावत, मनोज तिवारी, हर्ष मल्होत्रा, योगेंद्र चंदोलिया, रामवीर सिंह बिधूड़ी और बांसुरी स्वराज सांसद हैं। अगर पार्टी इनमें से किसी सांसद को विधानसभा चुनाव में आगे बढ़ाती है तो उन्हें संसदीय सीट छोड़नी पड़ सकती है। ऐसे में पार्टी किसी मोर्चों पर अपना नुकसान नहीं होने देना चाहती और पूर्व केंद्रीय मंत्री को अपना चेहरा बनाने पर विचार कर ही है। ये भी पढ़ें: ज्यादा काम और प्रमोशन न देना…नौकरी से निकालने की बजाए इस तरह इस्तीफा देने को मजबूर कर रही कंपनियां


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