New Delhi GCCI Meeting: दिल्ली के एक होटल में गुरुवार को भारत कारपोरेट यूनिट की जीसीआईआई (ग्लोबल काउंसिल ऑफ इनोवेशन एन इंडस्ट्री) ने एफआईसीसीआई और इन्वेस्ट इंडिया के साथ मिलकर सम्मेलन का आयोजन किया। जिसमें रूस के उप प्रधानमंत्री दिमित्र रोगोजिन के साथ सात कैबिनेट मंत्रियों और 100 से अधिक डेलीगेट्स ने हिस्सा लिया।
इस दौरान जीसीसीआई के माध्यम से भारत और रूस के बीच व्यापार को 2025 तक 40 से 50 बिलियन डॉलर तक पहुंचाने पर जोर दिया गया।
रशियन डेलीगेट्स ने यह स्वीकार किया कि भारत एक बड़े बाजार के रूप में उभर कर आया है, साथ ही विश्व में सबसे अधिक डिजिटल करेंसी का उपयोग भी भारत ने किया है।
अभी रूस के साथ 12 बिलियन का व्यापार
GCII के डायरेक्टर दिनेश अग्रवाल ने बताया कि फोरम के माध्यम से भारत और रूस के व्यापार को 12 बिलियन डॉलर से बढ़ाकर 2025 तक 40 बिलियन डॉलर तक करना है। जो प्रधानमंत्री मोदी जी का सपना भी है और इस सपने को साकार करने के लिए GCII जैसी आर्थिक संगठन लगातार प्रयास कर रही है कि विकसित और विकासशील देशों के साथ मिलकर फोरम को नई ऊंचाई दे ताकि मोदी जी के नए भारत को एक नई उड़ान मिल सके।
राजकपूर की फिल्म के गाने दी गई मिसाल
कार्यक्रम के पहले चरण में डिजिटल करेंसी के उपयोग के साथ विदेशी करेंसी के उपयोग पर चर्चा हुई। साथ ही आगे भी ऐसे ही करते रहने पर बल दिया गया। दूसरे चरण में भविष्य में भारत और रूस के स्मार्ट सिटी पर चर्चा व अनुभव साझा किया गया। साथ ही दोनों देशों की प्रयास से इसको और बेहतर करने के प्रयास पर बल दिया गया। विदेशी संबंध का प्रमाण देते हुए राज कपूर के गए हुए गाना मेरा जूता है जापानी व सर पे लाल टोपी रूसी फिर भी दिल है हिंदुस्तानी की मिसाल प्रस्तुत की गई।
मंदी के दौर में लक्ष्य पूरा करने का संकल्प
GCII के डायरेक्टर फाउंडर स्कंद त्यागी ने बताया कि यह सम्मेलन ऐसी विषम परिस्थिति में आयोजित किया जब पूरा विश्व आर्थिक मंदी के दौर से गुजर रहा है। डिजिटल करेंसी, स्वास्थ्य, सूचना प्रद्योगिकी, कृषि, ऊर्जा के क्षेत्रों में इस फोरम के माध्यम से दोनो देशाें को करीब लाया जा सके, यही हमारा लक्ष्य है। इस दौरान GCII के प्रमुख डायरेक्टर ललित त्यागी, राजीव लोचन, संजय गर्ग आदि लोग थे।
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