नेशनल गतका एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एनजीएआई) द्वारा 12वीं राष्ट्रीय गतका (पुरुष एवं महिला) चैंपियनशिप का आयोजन राजधानी दिल्ली के तालकटोरा इंडोर स्टेडियम में किया गया। तीन दिवसीय इस प्रतियोगिता में देश के 14 राज्यों से आए 500 से अधिक खिलाड़ियों ने भाग लिया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में दिल्ली हाईकोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति तलवंत सिंह और विशिष्ट अतिथि बीबी रणजीत कौर उपस्थित रहीं। दोनों ने विजेताओं को पुरस्कार देकर सम्मानित किया।
न्यायमूर्ति तलवंत सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि गतका केवल एक युद्धक कला नहीं, बल्कि सिख परंपरा और संस्कृति की अमूल्य धरोहर है। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे इसे आत्मसात करते हुए इसे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर तक पहुंचाएं। उन्होंने इस भव्य आयोजन को सफलतापूर्वक आयोजित करने और इस ऐतिहासिक खेल को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ावा देने के लिए एनजीएआई के प्रयासों की सराहना की।
पंजाब ने जीती ओवरऑल ट्रॉफी, चंडीगढ़ उपविजेता
प्रतियोगिता में पंजाब की लड़कियों ने ओवरऑल ट्रॉफी पर कब्जा किया, जबकि चंडीगढ़ उपविजेता और हरियाणा तीसरे स्थान पर रहा। लड़कों के वर्ग में भी पंजाब ने ओवरऑल चैंपियन बनकर अपना वर्चस्व कायम रखा, छत्तीसगढ़ उपविजेता और उत्तराखंड तीसरे स्थान पर रहा।
सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों को मिला सम्मान
रवलीन कौर (चंडीगढ़) और हरमनदीप कौर (पंजाब) को लड़कियों की श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी और सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के पुरस्कार से नवाजा गया। लड़कों में शेरी सिंह (पंजाब) सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी और हरसिमरन सिंह (पंजाब) को सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन का खिताब मिला।
प्रमुख विजेता कौन-कौन?
यू-14 कैटेगरी: एकल स्टिक व्यक्तिगत में गगनदीप सिंह (उत्तराखंड) ने स्वर्ण पदक जीता। टीम इवेंट में हरियाणा विजेता रहा। यू-17 कैटेगरी: एकल स्टिक व्यक्तिगत में समरथ सिंह (छत्तीसगढ़) और टीम में पंजाब विजेता रहा। यू-19 में हरकीरत सिंह (छत्तीसगढ़) व्यक्तिगत श्रेणी में और टीम में भी पंजाब शीर्ष पर रहा। यू-22 और यू-25 श्रेणी में भी पंजाब ने कई व्यक्तिगत और टीम स्वर्ण पदक हासिल कर अपनी बढ़त को कायम रखा।
क्या बोले एनजीएआई के अध्यक्ष
एन जी ए आई के अध्यक्ष हरजीत सिंह ग्रेवाल ने चैम्पियनशिप को शानदार सफलता बनाने में उनके समर्थन और सहयोग के लिए सभी प्रतिभागियों, मेहमानों और अधिकारियों को धन्यवाद दिया। इस अवसर पर हरमनप्रीत सिंह जॉली, डॉ. तलविंदरपाल सिंह नलवा और सुखचैन सिंह कलसानी भी उपस्थित थे।