Karawal Nagar Assembly Seat : करावल नगर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र उत्तर पूर्वी दिल्ली लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के अन्तर्गत आता है। इस विधासनभा सीट पर भाजपा प्रत्याशी कपिल मिश्रा ने शानदार जीत हासिल की। चुनाव आयोग के अनुसार, कपिल मिश्रा ने आप के मनोज कुमार के त्यागी को 23355 वोटों के अंदर से मात दी।
साल 2020 में इस विधानसभा से भाजपा ने जीत दर्ज की थी और उससे पहले 2015 में आम आदमी पार्टी का उम्मीदवार जीता था लेकिन इस बार समीकरण बदले हुए हैं। आम आदमी पार्टी का जो उम्मीदवार 2015 में जीत दर्ज कर मंत्री बना था, वह इस बार बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ रहा है। आइये जानते हैं करावल नगर विधानसभा सीट और यहां के उम्मीदवारों के बारे में!
करावल नगर विधानसभा सीट
करावल नगर विधानसभा सीट घनी आबादी वाला क्षेत्र है। अधिकतर लोग बिहार, पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं। 2011 की जनगणना के अनुसार,करावल नगर की जनसंख्या लगभग 224,281 थी। करावल नगर विधानसभा सीट दिल्ली की उत्तर पूर्वी दिल्ली लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली 10 विधानसभा क्षेत्रों में से एक है। इस सीट पर भारतीय जनता पार्टी का कब्जा रहा है लेकिन 2015 में इस सीट पर आम आदमी पार्टी ने जीत दर्ज किया था।
पार्टी का नाम | प्रत्याशी का नाम | वोटों की संख्या | जीत/हार |
भाजपा | कपिल मिश्रा | 107367 | जीत |
कांग्रेस | पीके मिश्रा | 3921 | हार |
आप | मनोज कुमार त्यागी | 84012 | हार |
2025 में कौन-कौन मैदान में?
साल 2025 विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने मौजूद MLA का टिकट काटकर आप छोड़ भाजपा में शामिल हुए कपिल मिश्रा को टिकट दिया है। कपिल मिश्रा केजरीवाल सरकार में मंत्री थे और फिर बागी हो गए थे।
आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार
साल 2015 में इस सीट से आम आदमी पार्टी ने जीत दर्ज की थी, उम्मीदवार कोई और नहीं बल्कि भाजपा के मौजूदा उम्मीदवार कपिल मिश्रा ही थे। साल 2020 में आप ने दुर्गेश पाठक को टिकट दिया लेकिन वो चुनाव हार गए। साल 2025 विधानसभा चुनाव में आप ने मनोज कुमार त्यागी को मैदान में उतरा है।
वहीं कांग्रेस ने पीके मिश्रा को टिकट दिया है। चौंकाने वाली बात ये है कि अभी तक इस सीट से एक बार भी कांग्रेस जीत दर्ज नहीं कर पाई है।
करावल नगर विधानसभा सीट से कब-कौन जीता?
विधानसभा क्षेत्र के चुनावी इतिहास की बात करें तो इस सीट पर 1993 से चुनाव कराए जा रहे हैं। 1993 विधानसभा चुनाव में बीजेपी के रामपाल ने जीत दर्ज की फिर साल 1998 विधानसभा चुनाव में बीजेपी के टिकट पर मोहन सिंह बिष्ट चुनाव जीतकर विधायक बने। इसके बाद 2003 और 2008 में जीत दर्ज कर वह लगातार विधयाक बनते रहे। साल 2015 को छोड़ दिया जाये तो इस सीट पर कभी भी गैर भाजपाई विधायक नहीं रहा।
मतगणना केंद्रों पर भारी सुरक्षा
दिल्ली में वोटों की गिनती 19 मतगणना केंद्रों पर होगी। सभी मतगणना केंद्रों किले में तब्दील कर दिया गया है। पुलिस के मुताबिक, स्ट्रांग रूम सहित मतों की गिनती वाले स्थान की सुरक्षा अर्धसैनिक बल के जवान करेंगे। सभी मतगणना केंद्र पर सीएपीएफ की दो कंपनियां तैनात रहेंगी। दिल्ली में मतगणना केंद्रों पर सीएपीएफ की कुल 38 कंपनियों को लगाया गया है।