Collector Namrata Gandhi: कलेक्ट्रेट कार्यालय में आयोजित जनदर्शन में जिले के दूर-दराज से अपनी समस्या, शिकायत और मांग लेकर लोग पहुंचे थे। इनमें अपनी 13 साल की मानसिक रूप से कमजोर बेटी युवरानी को लेकर बीना कंवर भी पहुंची थी। कलेक्टर नम्रता गांधी के समक्ष बीना ने बताया कि वह कुरूद विकासखंड के ग्राम कन्हारपुरी से आयी है। उसकी बेटी मानसिक रूप से कमजोर है, इसलिए वह उसे स्कूल में नहीं पढ़ा पा रही है। साथ ही इस बच्ची का आयुष्मान कार्ड और राशन कार्ड भी नहीं बना है।
बच्ची की स्कूल प्रक्रिया की पूरी
कलेक्टर नम्रता गांधी ने बीना की बात को संवेदनशीलता के साथ सुना और तत्काल समाजकल्याण और खाद्य विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया। साथ ही इस बच्ची का आयुष्मान कार्ड बनाने भी कहा। विभागीय अधिकारियों ने कुछ ही समय में आयुष्मानकार्ड, राशन कार्ड और बच्ची का स्कूल में प्रवेश की प्रक्रिया पूरी कर दी।
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खुशी से झूम उठी बच्ची
कलेक्टर गांधी ने उक्त बच्ची से आत्मीय बातचीत की और उसका नाम, पता सहित खेल में दिलचस्पी के बारे में पूछा। बच्ची ने कलेक्टर को बड़ी ही मासूमियत से धन्यवाद किया। कलेक्टर ने बच्ची को पढ़ाने, चित्रकारी आदि सिखाने की बात कही। बीना कंवर ने बच्ची का आयुष्मान कार्ड और राशनकार्ड मिलने और बच्ची की शिक्षा हेतु स्कूल में प्रवेश प्रक्रिया प्रारंभ होने पर कलेक्टर गांधी का धन्यवाद किया और कहा कि युवरानी का आयुष्मान कार्ड बन जाने से अब इसके इलाज में किसी तरह की दिक्कत नहीं आयेगी। वहीं राशन कार्ड बन जाने से अब उसे अलग से राशन व अन्य शासकीय योजनाओं का लाभ मिल पायेगा। साथ ही युवरानी की शिक्षा प्रारंभ होने पर वह खुशी से झूम उठी।