Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेश के गैर अनुसूचित क्षेत्रों के लिए मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ी पर्व सम्मान निधि योजना का शुभारंभ किया। इस योजना के तहत प्रदेश सरकार ने ग्राम पंचायतों को तीज त्योहार मनाने के लिए दो किश्तों में 10 हजार रुपए की राशि दी जाएगी।
पहली किस्त जारी
सीएम बघेल ने योजना का शुभारंभ करते हुए ‘योजना के अंतर्गत आने वाली प्रदेश के 6111 ग्राम पंचायतों को पांच पांच हजार रुपए के हिसाब से कुल तीन करोड़ पांच लाख 55 हजार रुपए की राशि जारी की है। इसके अलावा सीएम ने आदिवासी परब सम्मान निधि के अंतर्गत अनुसूचित क्षेत्र के 14 जिलों की तीन हजार 793 ग्राम पंचायतों को पांच पांच हजार रुपए के मान से कुल एक करोड़ 89 लाख 65 हजार रुपए की राशि जारी की गई। जिसका फायदा राज्य का इन पंचायतों को मिलेगा।
संस्कृति और परंपरा को संरक्षण देना उद्देश्य
इस दौरान सीएम बघेल ने कहा कि ‘छत्तीसगढ़ के विकास में यहां की संस्कृति और परंपराओं के संरक्षण का काम अत्यंत महत्वपूर्ण है। राज्य में तीजा, हरेली, कर्मा जयंती, छेरछेरा, छठ और विश्व आदिवासी दिवस जैसे पर्व पर सार्वजनिक अवकाश दिया जा रहा है। राज्य शासन की यह भावना है कि तीज त्योहारों के माध्यम से नई पीढ़ी अपने पारंपरिक मूल्यों से संस्कारित हो और अपनी संस्कृति पर गौरव का अनुभव करें। उन्होंने कहा कि तीज त्योहारों के संरक्षण, संवर्धन और उसके महत्व को आगे बढ़ाने के लिए पंचायतों को सम्मान निधि प्रदान किया जा रहा है।’
सीएम बघेल ने कहा कि ‘इस योजना में जिले के फिंगेश्वर और देवभाग विकासखंड के कुल 126 ग्राम पंचायतें शामिल है। योजना अंतर्गत जिले के दोनों विकासखंडों के ग्राम पंचायतों के लिए कुल 10 लाख 30 हजार 930 रुपए की राशि जारी की गई है।
6111 ग्राम पंचायतों में योजना लागू
सीएम बघेल ने कहा कि राज्य की संस्कृति और परंपराओं को संरक्षित करने के उद्देश्य से यह योजना शुरू की गई है। यह योजना छत्तीसगढ़ प्रदेश के 14 जिलों के 61 विकासखंड सामुदायिक क्षेत्रों के 6111 ग्राम पंचायतों में लागू होगी।
इस योजना के क्रियान्वयन के लिए ग्राम पंचायत स्तरीय शासी निकाय समिति का गठन किया जाएगा। इसमें सरपंच (अध्यक्ष), पुजारी, बैगा सदस्य, ग्राम के 02 बुजुर्ग सदस्य, ग्राम की दो महिला सदस्य, ग्राम कोटवार, पटेल सदस्य एवं ग्राम सचिव को शामिल किया गया है। ग्राम पंचायत स्तरीय शासी निकाय समिति के सदस्यों को मार्गदर्शन जनपद पंचायत स्तर से दिया जाएगा, जिससे राशि का समुचित उपयोग किया जा सके। गांव के किस-किस तीज त्यौहार के लिए इस राशि का उपयोग किया जाएगा, इसका निर्धारण ग्राम पंचायत स्तरीय शासकिय निकाय समिति द्वारा किया जाएगा।