Chhattisgarh Forest Minister Kedar Kashyap: छत्तीसगढ़ की विष्णुदेव साय सरकार प्रदेश के औद्योगिक विकास के साथ-साथ ही राज्य की प्रकृतिक सुंदरता को सवांरने का भी काम कर रही है। इसी के तहत राज्य के वन विभाग की तरफ से रायपुर के ट्रिपल आईटी के सभागार में ‘सह अस्तित्व से वन्य जीव संरक्षण सप्ताह’ पर वन्य जीव सप्ताह कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। यह कार्यक्रम 2 से मनाया जा रहा है, जो 8 अक्टूबर तक मनाया जाएगा। प्रदेश के वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री केदार कश्यप बीते दिन इस कार्यक्रम में शामिल हुए। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वन मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि छत्तीसगढ़ के वन क्षेत्र वन्य जीवों के रहवास के लिए सबसे उपयुक्त हैं।
अरण्य भवन स्थित सभागृह में वन्यजीव सप्ताह के तहत आयोजित कार्यक्रम में सम्मिलित होकर सह अस्तित्व से वन्यजीव संरक्षण विषय पर अपने विचार प्रस्तुत किया। साथ ही भारत सरकार पर्यावरण, वन एवं जलवायु मंत्रालय द्वारा आयोज्जित पेंटिंग प्रतियोगिता में कुमारी रागिनी धुर्वे को प्रथम पुरस्कार… pic.twitter.com/xZhStTFEAt
---विज्ञापन---— Kedar Kashyap (@KedarKashyapBJP) October 6, 2024
छत्तीसगढ़ की जलवायु
मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि जिस तरह छत्तीसगढ़ की जलवायु और भौगोलिक स्थिति है, इससे राज्य देश के बाकी जगाहों की तुलना में बहुत बेहतर है। कैबिनेट मंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ बाढ़ और भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदा से पूरी तरह सुरक्षित है। यहां के वन क्षेत्र वन्य जीवों के रहवास के लिए बेहद उपयुक्त है। मंत्री केदार कश्यप ने आगे कहा कि प्राचीनकाल से ही राज्य के वनवासी लोग वन्य जीवों के साथ दोस्तों की तरह रहते हैं। हालांकि, अब परिस्थितियों में काफी बदलाव आया है, जिसकी वजह से काफी कुछ सुनने को मिलता है।
यह भी पढ़ें: ‘अगर अभी सचेत नहीं हुए तो भू-जल भी प्रदूषित हो जाएगा’, कार्यक्रम में बोले छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष
वन और पर्यावरण को बेहतर की कोशिश
इस दौरान कैबिनेट मंत्री केदार कश्यप ने राज्य में वन और पर्यावरण को बेहतर बनाने के लिए वन विभाग और छत्तीसगढ़ के लोगों के संयुक्त प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि जंगल सफारी में शेर की संख्या में बढ़ी है, जो हमारे लिए खुशी की बात है। उन्होंने आगे कहा कि वन विभाग द्वारा बर्ड काउंट इंडिया, कलिंगा यूनिवर्सिटी और पक्षी मित्रों के सहयोग से बर्ड एटलस तैयार किया जा रहा है।