Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित 2 हजार करोड़ के शराब घोटाले में ईडी ने बड़ी कर्रवाई की है। शराब घोटाले में सुर्खियां बटोरने वाले अरविंद सिंह अब ईडी की गिरफ्तार कर लिया है। अरविंद काफी समय से फरार चल रहे थे, ईडी को जानकारी मिली की अरविंद की मां का निधन हो गया है। अरविंद अंतिम संस्कार करने पहुंचेगे। जिसके बाद केंद्रीय प्रर्वतन निदेशालय (ईडी) की टीम 12 जून को सीधे भिलाई के रामनगर मुक्तिधाम पहुंची। जहां शराब कारोबारी अरविंद अपनी मां का अंतिम संस्कार करने पहुंचे थे। ईडी ने वहीं से अरविंद को हिरासत में ले लिया। हिरासत में लेने से पहले अधिकारियों ने अंतिम संस्कार करने तक का समय दिया। उसके तुरंत बाद अरविंद को ईडी पूछताछ के लिए रायपुर ले आई।
राज्य में हुए शराब घोटाले पर ईडी की कार्रवाई लगातार जारी है। दरअसल, कोयले घोटाले के मामले में ईडी की गिरफ्त में आए कारोबारी सूर्यकांत तिवारी से पूछताछ के दौरान कई अहम जानकारी मिलीं। जिसके बाद ईडी की राडार में पप्पू ढिल्लन और अरविंद सिंह आ गए थे। ईडी ने भिलाई के शराब कारोबारी पप्पू ढिल्लन को तो हिरासत में ले लिया। लेकिन अरविंद फरार होने में कामयाब हो गया था।
इस्पात संयंत्र का कर्मचारी हैं अरविंद
बीएसपी के जनसंपर्क विभाग के महाप्रबंधक जेकब कुरियन ने बताया कि अरविंद सीनियर यार्ड मास्टर के पद पर तैनात था। पिछले तीन साल से अवकाश पर था, जो बीते 31 मार्च को खत्म हो चुका था। लेकिन अरविंद ड्यूटी पर वापस नहीं आया। कुरियन ने ये भी बताया कि बीएसपी ने उसे नोटिस भेजा था, पर अरविंद की ओर से कोई जवाब नहीं आया। इसलिए प्रबंधन जल्द ही आगे की कार्रवाई तय करेगा।
ईडी ने जारी किया था नोटिस
ईडी ने अरविंद को घोटाले से जुड़े मामले में पहले ही नोटिस जारी कर दिया था। अधिवक्ता ने कहा, ‘‘अरविंद को धन शोधन निरोधक अधिनियम, 2002 की धारा 50 के तहत बयान देने के लिए बुलाया गया है।’’ उन्होंने बताया कि ईडी ने एजेंसी के सामने पेश होने के लिए अरविंद सिंह के भिलाई जोन-एक स्थित घर पर नोटिस जारी किया था। लेकिन अरविंद नहीं पहुंचे।
अवैध रुप से चला रहे थे शराब सिंडिकेट
छत्तीसगढ़ में 2019 से 2022 के बीच शराब घोटाले के जरिए 2 हजार करोड़ का भ्रष्टाचार हुआ। इसका मास्टरमाइंड अनवर ढेबर है, जिसने पूरा अवैध शराब सिंडिकेट तैयार किया था। उसने आबकारी के बड़े अफसरों की मिलीभगत से शराब निर्माताओं, बॉटल और होलोग्राम तैयार करने वाली एजेंसियों से साठगांठ की थी। इसी के आधार पर ईडी ने इस मामले से जुड़े कई अन्य लोगों को भी एक-एक कर गिरफ्तार किया है। ईडी की कार्रवाई लगातार जारी है।