आरंग: छत्तीसगढ़ में डायल 112 सेवा जहां जुर्म के खिलाफ हमेशा खड़ी रहती है। वहीं सामाजिक भागीदारी भी निभा रही है। एक बार फिर डायल 112 की टीम की कुशलता और मुस्तैदी से एक महिला की जान बची है। मामला रायपुर स्थित आरंग थाना क्षेत्र के ग्राम बोरिद का है, जहां एक महिला को प्रसव पीड़ा हुई। इसके बाद 112 की टीम ने महिला को नजदीकी अस्पताल लेकर आ रहे थे, लेकिन प्रसव पीड़ा अधिक होने पर रास्ते में ही डायल 112 वाहन पर ग्राम मितानिन और परिजनों की मदद से महिला का प्रसव कराया गया।
आरंग थाना प्रभारी कमला पुसाम ठाकुर ने बताया कि बुधवार सुबह 5.30 बजे आरंग डायल 112 की टीम को ग्राम बोरिद की महिला को प्रसव पीड़ा होने की सूचना मिली। इसे गंभीरता से लेते हुए ड्यूटी पर तैनात आरक्षक गजेंद्र डहरे और चालक पोखराज साहू मौके के लिए रवाना हुए।
मौके पर पहुंचकर उन्होंने देखा कि ग्राम बोरिद की महिला प्रसव पीड़ा से कराह रही है। इस दौरान प्रसूता से साथ मितानिन और उसके परिजन मौजूद थे। डायल 112 के स्टाफ ने बिना देर किए महिला को वाहन में बिठाया और नजदीक के शासकीय स्वास्थ्य केंद्र रसनी के लिए रवाना हुए। ग्राम बोरिद रेलवे फाटक के पास महिला को बहुत ज्यादा दर्द होने लगा।
दर्द को भांपकर डायल 112 के स्टाफ ने वाहन में ही प्रसव कराने की ठानी। इसके बाद महिला का वाहन में ही मितानिन और महिला परिजन की मदद से प्रसव कराया गया। इस दौरान महिला ने स्वस्थ बेटे को जन्म दिया। जच्चा-बच्चा दोनों को ग्राम रसनी के स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती किया गया है, जहां दोनों स्वस्थ हैं। आपको बता दें कि डायल 112 के जवानों ने हमेशा की तरह फिर से अपनी उपयोगिता साबित करते हुए आमजन को राहत दिलाने का काम किया है।