बिहार में शराब से मौतों का सिलसिला बढ़ता ही जा रहा है। सीवान जिले के भगवानपुर कांड में मृतकों की संख्या बढ़कर 20 हो गई है, जबकि पड़ोस के जिले सारण में मृतकों को संख्या 7 है। अब तक 27 लोगों की मौत हो चुकी है। अभी भी दो दर्जन से ज्यादा लोग अस्पताल में भर्ती हैं, जिन्हें पटना के अस्पताल में रेफर किया गया है।
बिहार में जहरीली शराब को लेकर हाहाकार मचा हुआ है, जिससे सबसे ज्यादा छपरा और सीवान जिले प्रभावित हैं। जहरीली शराब पीने से अबतक 27 लोगों की जान चली गई, जबकि 7 लोगों की आंखों की रोशनी चली है। अब भी कई लोग अस्पताल में भर्ती हैं। सरकार ने छपरा के मसरख थाने के चौकीदार महेश राय और एएसआई रामनाथ झा को सस्पेंड कर दिया। नीतीश सरकार ने इस मामले की जांच के लिए एसआईटी टीम गठित कर दी।
कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा कि बिहार में जहरीली शराब पीने की वजह से कई लोगों की मृत्यु का समाचार अत्यंत दुखद है। सभी शोकाकुल परिजनों को मेरी गहरी संवेदनाएं। जो भी इन हादसों में बीमार हुए हैं, उनके शीघ्र स्वस्थ होने की आशा करता हूं। शराबबंदी होने के बावजूद बिहार निरंतर ऐसी घटनाओं से ग्रस्त है, क्योंकि आपराधिक तत्व निर्भीक होकर अवैध शराब का कारोबार चला रहे हैं। सरकार से अपेक्षा है कि वो ऐसी त्रासदियों और अपराधों की रोकथाम के लिए कड़े कदम उठाएं।
जहरीली शराब कांड को लेकर बिहार के डीजीपी आलोक राज ने कहा कि छपरा-सीवान में जहरीली शराब कांड में अब तक 25 लोगों की जान चली गई है। उन्होंने सीवान में 20 और छपरा में 5 लोगों की मौत की पुष्टि की। डीजीपी ने बताया कि पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 12 लोगों को गिरफ्तार किया। शराब माफिया के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। डीजीपी ने कहा कि एसआईटी टीम का गठन किया गया है।
जहरीली शराब कांड को लेकर सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि आरोपी बख्शे नहीं जाएंगे। उन्होंने मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग के सचिव को निर्देश दिया कि वह घटनास्थल पर जाकर मामले की गहनता से जांच करें। उन्होंने कहा कि इस कांड में संलिप्त लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होगी।