Bihar First Phase Voting Updates 2024 : देश में लोकसभा चुनाव के पहले चरण में जनता 19 अप्रैल को अपने मनपसंद उम्मीदवारों के लिए वोट डालेंगे। मतदाताओं का वोट किधर जाएगा, इसे लेकर प्रत्याशी सिर्फ अनुमान ही लगा रहे हैं। बिहार की चार सीटों औरंगाबाद, गया, नवादा और जमुई के उम्मीदवारों की किस्मत शुक्रवार को ईवीएम में कैद हो जाएगी। आइए जानते हैं चारों सीटों का क्या है नया चुनावी समीकरण?
औरंगाबाद सीट पर नया बनेगा इतिहास या फिर चौथी बार होगी जीत
औरंगाबाद लोकसभा सीट पर एक बार फिर सुशील कुमार सिंह भाजपा से चुनाव लड़ रहे हैं। उनका मुकाबला आरजेडी के उम्मीदवार अभय कुशवाहा से है। अगर इस सीट पर जातीय समीकरण की बात करें तो राजपूत वोटर 2 लाख हैं, जबकि यादव एवं कुशवाहा मतदाता 2.5-2.5 लाख, मुस्लिम 1.5 लाख और भूमिहार वोटर 1 लाख हैं। सुशील कुमार सिंह इस सीट से चौथी बार चुनाव लड़ रहे हैं। 2009 में उन्होंने जेडीयू से चुनाव लड़कर जीत हासिल की थी। इसके बाद 2014-2019 में वे भाजपा से सांसद बने।
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गया में हार की हैट्रिक लगेगी या फिर जीत का बनेगा रिकॉर्ड
बिहार की हाई प्रोफाइल सीट में शुमार गया सीट पर पूर्व सीएम और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के उम्मीदवार जीतन राम मांझी चुनावी मैदान में हैं, जबकि दूसरी ओर बिहार के पूर्व मंत्री और आरजेडी उम्मीदवार कुमार सर्वजीत ताल ठोंक रहे हैं। एनडीए गठबंधन के तहत हम के खाते में गया सीट आई है। हालांकि, 2014 में जदयू के टिकट और 2019 में हम प्रत्याशी के रूप में जीतन राम मांझी से इस सीट चुनाव लड़ चुके हैं, लेकिन उन्हें दोनों बार हार का सामना करना पड़ा था। पिछले चुनाव में जदयू के विजय मांझी ने जीत हासिल की थी। 2019 में हम महागठबंधन का हिस्सा था। वहीं, इंडिया गठबंधन के संयुक्त उम्मीदवार कुमार सर्वजीत पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं।
सीट | NDA | INDIA | अन्य | 2019 में कौन जीता |
औरंगाबाद | सुशील कुमार सिंह | अभय कुशवाहा | – | सुशील कुमार सिंह |
गया | जीतन राम मांझी | कुमार सर्वजीत | – | विजय मांझी |
जमुई | अरुण भारती | अर्चना रविदास | – | चिराग पासवान |
नवादा | विवेक ठाकुर | श्रवण कुमार | विनोद यादव | चंदन सिंह |
जमुई सीट पर नया अनुभव
एनडीए गठबंधन के तहत चिराग पासवान की पार्टी लोजपा के खाते में जमुई सीट आई है। इस बार लोजपा ने इस सीट से अरुण भारती को चुनावी मैदान में उतारा है, जोकि चिराग पासवान के बहनोई हैं। इंडिया गठबंधन के तहत राजद से अर्चना रविदास इस सीट से चुनाव लड़ रही हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि दोनों ही उम्मीदवारों के लिए यह पहला चुनाव है। 2014 और 2019 चुनावों में चिराग पासवान जमुई सीट से सांसद रहे। इस बार वे हाजीपुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं।
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नवादा सीट पर निर्दलीय ने बढ़ाई मुसीबत
नवादा सीट पर इंडिया गठबंधन के लिए निर्दलीय उम्मीदवार सबसे बड़ी चुनौती है। पिछले चुनाव 2019 में लोजपा से बाहुबली सूरजभान के भाई चंदन सिंह ने जीत हासिल की थी, लेकिन इस बार भाजपा ने लोजपा से यह सीट ले ली। 2014 में भाजपा से गिरिराज सिंह इस सीट से सांसद बने थे। दोनों बार राजद के उम्मीदवार दूसरे नंबर थे। पिछली बार आरजेडी से विभा देवी और 2014 में उनके पति राजबल्लभ प्रसाद ने चुनाव लड़ा था। इस बार बीजेपी से विवेक ठाकुर और आरजेडी से श्रवण कुमार आमने-सामने हैं। आरजेडी से टिकट न मिलने से नाराज विनोद यादव ने निर्दलीय ताल ठोंक दिया है, जो पूर्व विधायक राजबल्लभ प्रसाद के छोटे भाई और नवादा की वर्तमान विधायक विभा देवी के देवर हैं।