Bihar Medical Course Admission Fraud: बिहार में गजब का खेला चल रहा है। जमुई पुलिसने IPS की वर्दी पहने नकली अफसर को दबोचा था। यह मामला ठंडा भी नहीं हुआ था कि डॉक्टर बनाने के नाम पर फर्जीवाड़ा सामने आ गया। NMF न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, बक्सर जिले के इठाड़ी गांव में डॉक्टर बनाने के नाम युवाओं से ठगी की गई है। आरोप डॉक्टर धांजी पाल पर लग रहे हैं, जो खुद को AD ग्रुप ऑफ एजुकेशन का डायरेक्टर बताता है।
यह शख्स खुद को डेहरी विधानसभा का भावी चुनाव प्रत्याशी भी बताता है। ऐसा उसने अपने प्रचार होर्डिंग में अपने नाम के साथ लिखवा रखा है। धांजी पाल के फर्जीवाड़े का शिकार बने ज्योतिष कुमार ने बताया कि एडमिशन के नाम पर पैसे ले लिए, लेकिन दाखिला कराया नहीं। उसके बाद से अब तक कॉलेज अलॉट नहीं हुआ। पैसे वापस मांगे तो एक साल तक रिफंड नहीं किया। अब कहते हैं कि पैसे कटकर मिलेंगे। पिछले साल जुलाई में BMS में दाखिले के लिए 5 लाख रुपये दिए थे, लेकिन आज तक कॉलेज में दाखिला नहीं मिला।
युवाओं ने सुनाई आपबीती, लाखों ठगे गए
एक युवक ने JNM कोर्स के लिए 80 हजार रुपये दिए। दाखिला मिल गया, लेकिन एग्जाम नहीं हुआ। साढ़े 3 साल बर्बाद कर दिए। धर्मेंद्र ने बताया कि उसके साथ 93 हजार रुपये की ठगी हुई है। फेसबुक ग्रुप पर एडमिशन का नोटिफिकेशन था, जिस पर लिखे नंबर पर कॉल किया और एडमिशन लेने की इच्छा जाहिर की। इसके बाद एक नंबर से कॉल आया और कॉल करने वाले ने खुद को AD ग्रुप का डायरेक्टर बताया। उसने पूछा कि आप कहां दाखिला लेना चाहते हैं?
पटना या बक्सर, कहीं दाखिला मिल जाए कहने पर बोले कि फीस भी कम हो जाएगा। पैसा लेकर गए और एडमिशन के बाद स्लिप देने की बात कही। इसके बाद फोन ही नहीं उठाया। मुन्ना कुमार ने बताया कि उनके साथ भी लाखों की ठगी हुई। दाखिला देने के बाद कॉलेज अलॉट नहीं किया। आज फोन भी उठाया नहीं जाता। लोगों के पास पेमेंट की रसीदें भी हैं, लेकिन यह रसीदें किसे दिखाकर पैसा मांगें? युवाओं में मन में सवाल है, क्योंकि फ्रॉड धांजी लाल ने उनके कई साल बर्बाद कर दिए। पुलिस को शिकायतें दी गई हैं।