उर्दू भाषा को बढ़ावा देने और प्रशासनिक कामकाज में इसे और मजबूत करने के लिए बिहार सरकार ने एक अहम कदम उठाया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 715 सहायक उर्दू अनुवादकों को नियुक्ति पत्र सौंपे जिससे सरकारी दफ्तरों में उर्दू भाषा का उपयोग बढ़ेगा। यह उन युवाओं के लिए सुनहरा अवसर है जो उर्दू भाषा में निपुण हैं और सरकारी सेवा में योगदान देना चाहते हैं। इस कदम से न केवल रोजगार के नए अवसर सृजित हुए हैं बल्कि उर्दू भाषा को भी सम्मान और पहचान मिली है। यह पहल उर्दू प्रेमियों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है।
715 सहायक उर्दू अनुवादकों को मिला नियुक्ति पत्र
मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने आज मुख्यमंत्री सचिवालय के ‘संवाद’ भवन में 715 सहायक उर्दू अनुवादकों को नौकरी के नियुक्ति पत्र सौंपे। इस मौके पर उन्होंने कुछ लोगों को सांकेतिक रूप से नियुक्ति पत्र दिए, जिनमें मोहतरमा शना, मोहम्मद फिरोज आलम, मोहतरमा फातमा नूरी, श्रीमती अनु कुमारी, मोहम्मद मासूम आलम, मोहतरमा गुलशन फिरदौस, मोहम्मद शाहिद रसी और श्री राजकुमार आजाद शामिल थे। कार्यक्रम में 50 अनुवादकों को सीधे नियुक्ति पत्र दिए गए, जबकि बाकी लोगों को उनके जिलों में नियुक्ति पत्र सौंपे गए। मुख्यमंत्री ने सभी को शुभकामनाएं दीं और उनसे ईमानदारी से काम करने की उम्मीद जताई।
उर्दू भाषा के प्रचार-प्रसार में बढ़े कदम
मुख्यमंत्री ने कहा कि सहायक उर्दू अनुवादक उर्दू निदेशालय के अंतर्गत काम करते हैं। इनका काम जिले, अनुमंडल और प्रखंड स्तर पर उर्दू भाषा को बढ़ावा देना है। उन्होंने बताया कि 2005 से पहले सिर्फ 449 सहायक उर्दू अनुवादक थे, जो बहुत कम थे। 2018 में 1,204 नए पद जोड़े गए, जिससे इनकी कुल संख्या 1,653 हो गई। अब सरकार ने इन पदों को और बढ़ाने का फैसला किया है, ताकि उर्दू भाषा से जुड़े काम बेहतर तरीके से हो सकें। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार उर्दू भाषा के विकास और अनुवादकों की संख्या बढ़ाने के लिए लगातार काम कर रही है।
सहायक उर्दू अनुवादकों के पदों की संख्या होगी दोगुनी
मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि सहायक उर्दू अनुवादकों के पदों को दोगुना किया जाएगा, जिससे इनकी संख्या 3,306 हो जाएगी। यह 2005 से पहले की तुलना में सात गुना अधिक होगी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि खाली पदों और नए पदों पर बहाली की प्रक्रिया तेजी से पूरी की जाए। उन्होंने मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग को इस आयोजन के लिए धन्यवाद दिया और उम्मीद जताई कि सभी नवनियुक्त सहायक उर्दू अनुवादक अपने कर्तव्यों को निष्ठा और लगन से निभाएंगे।
समारोह में शामिल हुए कई गणमान्य लोग
इस कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री श्री विजय कुमार सिन्हा, जल संसाधन मंत्री श्री विजय कुमार चौधरी, अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मो. जमा खान, मुख्य सचिव श्री अमृतलाल मीणा, शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ और मुख्यमंत्री के सचिव श्री कुमार रवि समेत कई बड़े अधिकारी मौजूद थे। इसके अलावा वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए जिलों के अधिकारी नवनियुक्त अनुवादक और उनके परिवार के लोग भी इस कार्यक्रम से जुड़े। मुख्यमंत्री ने सभी को शुभकामनाएं दीं और उम्मीद जताई कि ये अनुवादक उर्दू भाषा को बढ़ाने और सरकारी कामकाज में मदद करने में अहम भूमिका निभाएंगे।