Bharat jodo nyay yatra in Bihar (अमिताभ ओझा ): कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा गुरुवार को दूसरे चरण में बिहार पहुंचीं। इससे पहले यात्रा हले चरण में 29 जनवरी से 31 जनवरी तक बिहार के सीमांचल के चार जिलों में सफर कर चुकी है। यात्रा के दूसरे चरण में राहुल गांधी मगध और शाहाबाद के आठ लोकसभा सीट को साधने की कोशिश करेंगे। शुरुआत कांग्रेस का गढ़ मानी जाने वाली बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री अनुग्रह नारायण सिंह के गृह क्षेत्र औरंगाबाफ से हुई।
मगध और औरंगाबाद में आठ लोकसभा क्षेत्र
जानकारी के अनुसार मगध और औरंगाबाद में आठ लोकसभा क्षेत्र आते है। यहां फिलहाल जहानाबाद, गया, औरंगाबाद, नवादा, कराकट, सासाराम, आरा और बक्सर में एनडीए का कब्ज़ा है। जहानाबाद, कराकाट पर जेडीयू, आरा, औरंगाबाद, गया, सासाराम और बक्सर पर बीजेपी और नवादा पर एलजेपी के जीते हुए प्रत्याशी हैं। बताया जा रहा है कि राहुल गांधी भारत जोड़ो न्याय यात्रा के क्रम में सिर्फ (औरंगाबाद, रोहतास और कैमूर) तीन जिलों में ही जाएंगे। इन तीन लोकसभा और 17 विधानसभा क्षेत्र आते हैं।समुद्र के तट से शुरू किया हिमालय तक गया..
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि इस यात्रा में उन्हें बिहार के युवाओं का जोश देखने को मिला। मैं अपनी यात्रा में कन्याकुमारी से लेकर कश्मीर तक गया। मैं इस दौरान समुद्र के तट से शुरू किया हिमालय तक गया। आज सब सिस्टम मोदी जी के हाथ में है। उन्होंने कहा कि मीडिया वाले भी विपक्ष की बात टीवी पर नहीं दिखाते। कांग्रेस नेता ने कहा कि मुझे एक शख्स ने कहा था की आप नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खोल रहे है और वे (बीजेपी) सिर्फ नफरत फैलाते है।इस बार बिहार से जीतेगी कांग्रेस
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकर्जुन खड़गे ने कहा कि यहां की भीड़ देखकर यही लगता है की इस बार बिहार से कांग्रेस जीतेगी। उन्होंने कहा कि बिहार के लोग क्रांति के लिए जाने जाते हैं। वह बोले मैं कर्नाटक से आया हूं। बिहार भगवान बुद्ध महावीर राजेंद्र बाबू और अनुग्रह बाबू की धरती है। लेकिन बीजेपी ने बिहार को एक बार फिर कठिनाइयों में धकेल दिया है। बिहार कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा कि बीजेपी प्रजातंत्र को नष्ट करने का काम कर रही है। बिहार विधानसभा में लोकतंत्र का मज़ाक उड़ाया गया है। बिहार में कांग्रेस के किसी विधायक को कोई खरीद नहीं कर पाया।ये भी पढ़ें: क्या NDA का हिस्सा बनने जा रहे हैं फारूक अब्दुल्ला? पूर्व सीएम ने इसलिए तोड़ा इंडिया गठबंधन से नाता