औरंगाबाद से गणेश प्रसाद की रिपोर्टः गणतंत्र दिवस पर माओवादियों द्वारा ब्लैक डे मनाने की तैयारी की सूचना पर अति नक्सल प्रभावित औरंगाबाद जिले में तीन दिवसीय स्पेशल नक्सल विरोधी अभियान चलाया गया। 22 से 24 जनवरी तक चलाये गये इस अभियान में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने माओवादियों की सुरक्षा बलों पर हमले की एक बड़ी योजना को नाकाम कर दिया है।
खुफिया इनपुट के आधार पर की कार्रवाई
पुलिस अधीक्षक स्वपना गौतम मेश्राम ने बुधवार को यहां प्रेसवार्ता में बताया कि खुफिया इनपुट मिला था कि नक्सलियों ने गणतंत्र दिवस को ब्लैक डे के रूप में मनाने का प्लान किया है। यह भी सूचना मिली थी कि माओवादियों द्वारा मदनपुर थाना के जंगली-पहाड़ी क्षेत्रों- पचरुखिया, सिमरियाडाह, लडुई पहाड़ एवं आसपास क्षेत्रों में सुरक्षाबलों पर हमला करने की तैयारी की जा रही है।
इस सूचना पर औरंगाबाद के अपर पुलिस अधीक्षक(अभियान) मुकेश कुमार, गया के अपर पुलिस अधीक्षक मुकेश कुमार सेवरिया, एवं सीआरपीएफ के द्वितीय कमान अधिकारी लोकेश कुमार के नेतृत्व में कोबरा, सीआरपीएफ एवं पुलिस की संयुक्त टीम तीन दिनों तक लगातार मदनपुर थाना के बन्दी, करीबा, डोभा, मोरवा एवं आसपास क्षेत्रों में संयुक्त सर्च अभियान चलाया गया।
भारी मात्रा में तबाही का सामान किया बरामद
अभियान में भारी मात्रा में आतंक के सामानों की बरामदगी हुई। बरामद सामानों में तीन वाकी टाकी, एक इंटरसेप्टर, आठ मोबाइल फ़ीचर फोन, एसएलआर का 956 जिंदा कारतूस, 807 लाइव राउंड्स, 9 एमएम का 251 लाइव राउंड्स, इंसास का 1484 लाइव राउंड्स, मैगजीन के साथ 315 बोर का एक राइफल, 315 बोर राइफल का 81 लाइव राउंड्स, एक यूबीजीएल, एक ब्लैक डांगरी, एक किलो का दो केन आईइडी, 6 इलेक्ट्रिक डेटोनेटर, 15 मीटर र्कोडेक्स वायर, सात पुल मैकेनिज्म, 60 मीटर इलेक्ट्रिक वायर, नक्सल साहित्य, एक अम्यूनिशन पाउच, एक स्टील ट्रंक, चार कैमरा फ्लैश, एक एरो बम, एरो बम के लिए पांच एल्यूमीनियम रोलर, वेल्डिंग सामग्री एवं इलेक्ट्रोनिक्स सामग्री शामिल है।
जारी रहेगा छापेमारी अभियान
बरामद सामग्रियों में शामिल विध्वंसक सामानो को मौके पर ही विनष्ट कर दिया गया। वही अन्य सामानो को विधिवत जब्ती सूची तैयार कर जब्त कर मदनपुर थाना लाया गया। इस मामले में मदनपुर थाना में कांड संख्या-44/23 दर्ज किया गया है। मामले में धारा 147, 148, 149, 307, 353, 120 बी, 3, 4, 5 विस्फोटक पदार्थ अधिनियम, 25(1-बी)ए, 26, 35 शस्त्र अधिनियम एवं 13, 16, 18, 20 यूएपीएक्ट के तहत कुल 08 नक्सलियों को नामजद अभियुक्त बनाया गया है। इस छापेमारी अभियान से नक्सलियों का मनोबल काफी गिरा है।