पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की ओर से राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू यादव के खिलाफ दायर चार्जशीट मामले में अपनी प्रतिक्रिया दी है। दोनों नेताओं ने सीबीआई की इस कार्रवाई को लेकर भाजपा पर निशाना साधा है।
तेजस्वी यादव ने दावा किया कि भाजपा बिहार में महागठबंधन के सामने टिक नहीं पाई जिसके बाद केंद्र सरकार की ओर से सीबीआई को आगे लाया गया है। तेजस्वी ने अपने उन आरोपों को भी दोहराया कि संवैधानिक संस्थानों का दुरुपयोग किया जा रहा है।
Bihar | When BJP loses & can't sustain itself in front of grand alliance, they (central agencies) are brought forward. As long as constitutional institutions are misused these things will happen,there is no meaning in it: Dy CM Tejashwi Yadav on CBI chargesheet against Lalu Yadav pic.twitter.com/9H65LrftQO
— ANI (@ANI) October 8, 2022
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शनिवार को मीडिया से बात करते हुए तेजस्वी ने कहा, “जब बीजेपी हार जाती है और महागठबंधन के सामने टिक नहीं पाती है, तो उन्हें (केंद्रीय एजेंसियों को) आगे लाया जाता है। जब तक संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग होता है, तब तक ये चीजें होती रहेंगी, इसका कोई मतलब नहीं है।”
नीतीश कुमार ने पूछा- क्या ये तरीका है?
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी भाजपा पर निशाना साधा और दावा किया कि लालू यादव के खिलाफ सीबीआई की ये कार्रवाई बिहार में महागठबंधन सरकार का परिणाम है। नीतीश कुमार ने कहा कि अब जब मैं गठबंधन में वापस आ गया हूं तो एक नई बात शुरू हो गई है। क्या यह तरीका है?
बता दें कि सीबीआई ने शुक्रवार को पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी और 14 अन्य के खिलाफ जमीन के बदले नौकरी घोटाले में आरोप पत्र दायर किया। एजेंसी की ओर से दायर चार्जशीट में लालू प्रसाद की बेटी मीसा भारती, मध्य रेलवे की पूर्व महाप्रबंधक सौम्या राघवन, पूर्व सीपीओ रेलवे कमल दीप मैनराय, चार निजी व्यक्तियों और सात उम्मीदवारों का भी नाम शामिल है।