चंडीगढ़: दुधारु पशुओं को अपना निशाना बनाने वाली लंपी स्कीन बीमारी देश भर में लगातार बढ़ती ही जा रही है और इसने हर तरफ हड़कंप मचा रखा है। इसका सबसे ज्यादा असर हरियाणा में दिखाई दे रहा हैं जहां पर अब तक कुल 29 हजार पशु इससे संक्रमित हो चुके हैं वही 176 गायों की मौत भी हो चुकी है। प्रशासन के तमाम प्रयास के बावजूद ये आंकड़ा लगातार बढ़ता ही जा रहा है।
सीएम ने जताई नाराज़गी, तेज़ी से टीकाकरण के दिए निर्देश
लंपी वायरस के बढ़ते मामले और टीकाकरण की धीमी रफ्तार को लेकर मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने शुक्रवार को एक बैठक का आयोजन किया था। सीएम ने यहां पर पशुपालन विभाग को लताड़ लगाई थी और कहा था कि राज्य में गट पॉक्स दवाई के तीन लाख से भी ज्यादा टीके आने के वावजूद टीकाकरण की रफ्तार बेहद कम है जिसके कारण लगातार मामले बढ़ते ही जा रहे हैं।
सीएम खट्टर ने यहां पर अधिकारियों को ये सख़्त निर्देश भी दिए कि इसके लिए टीम दिन रात काम करें और सभी विभाग इस महामारी को रोकने के लिए मिलजुल कर निरंतर काम करें तभी इस पर काबू पाया जा सकेगा। इसके साथ ही सीएम ने हर रोज़ डेटा अपडेट करने के भी निर्देश जारी किए हैं।
क्या है लंपी वायरस ?
लंपी त्वचा रोग एक ऐसी बीमारी है जो मच्छरों, मक्खियों, जूं एवं ततैयों की वजह से फैल सकती है। मवेशियों के एक दूसरे के संपर्क में आने और दूषित भोजन एवं पानी के जरिए भी ये दूसरे जानवरों में फैल सकती है। ये बीमारी बेहद घातक है और इससे जानवर की मौत भी हो सकती हैं। वहीं इस बीमारी के फिलहाल इंसानों में फैलने का कोई भी मामला सामने आया है।