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‘वो पल जिसने मुझे…’, ट्वीट कर नीरज चोपड़ा ने याद किया ऐतिहासिक मोमेंट, आज ही के दिन रचा था इतिहास

नई दिल्ली: नीरज चोपड़ा! भारतीय एथलेटिक्स का वो नाम जो सदियों तक गूंजता रहेगा। वो नीरज चोपड़ा, जिसने एथलेटिक्स में पहला गोल्ड मेडल जीतकर भारत को गौरवान्वित किया था। जी हां, पिछले साल आयोजित टोक्यो ओलंपिक्स में नीरज ने भाला फेंक गोल्ड पर कब्जा जमाया था। आज नीरज उसी दिन के एक साल पूरा होने […]

Edited By : Pushpendra Sharma | Updated: Aug 7, 2022 18:41
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नई दिल्ली: नीरज चोपड़ा! भारतीय एथलेटिक्स का वो नाम जो सदियों तक गूंजता रहेगा। वो नीरज चोपड़ा, जिसने एथलेटिक्स में पहला गोल्ड मेडल जीतकर भारत को गौरवान्वित किया था। जी हां, पिछले साल आयोजित टोक्यो ओलंपिक्स में नीरज ने भाला फेंक गोल्ड पर कब्जा जमाया था। आज नीरज उसी दिन के एक साल पूरा होने को सेलिब्रेट कर रहे हैं। नीरज ने ट्वीट कर कहा, एक साल उस पल से, जिसने मुझे हमेशा के लिए आशीर्वाद दिया है। आपके समर्थन के लिए धन्यवाद, भारत! हालांकि नीरज चोट के चलते इस साल कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में हिस्सा नहीं ले पा रहे हैं, लेकिन वे जल्द ही वापसी करने की उम्मीद कर रहे हैं।

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इस तरह रचा इतिहास
7 अगस्त, 2021 तक स्वतंत्र भारत के लिए एथलेटिक्स में ओलंपिक पदक जीतना किसी सपने से कम नहीं था। पेरिस में 1900 खेलों में नॉर्मन प्रिचर्ड के कांस्य पदक के बाद से देश ने ओलंपिक खेलों में खेल में कोई पदक नहीं देखा था। अंडर -20 विश्व चैंपियंस में अपनी शानदार सफलता के बाद 2018 में एशियाई और राष्ट्रमंडल खेलों (सीडब्ल्यूजी) दोनों में स्वर्ण पदक जीतने के बाद नीरज खेल बिरादरी में छा गए।

https://twitter.com/kohli_thor/status/1556122300855959555

पहले ही थ्रो से पहुंच गए थे शीर्ष पर
टोक्यो ओलंपिक्स में अपने पहले थ्रो से ही भारतीय स्टार शीर्ष पर पहुंच गए थे। अंतत: उन्होंने 87.58 मीटर का थ्रो कर भारत को पदक दिला दिया, जिसे कोई भी भारतीय कभी नहीं भूल पाएगा। नीरज के पदक ने न केवल एथलेटिक्स में गौरव के लिए भारत के 121 साल पुराने इंतजार को समाप्त किया, बल्कि यह ओलंपिक खेलों में किसी भारतीय द्वारा जीता गया दूसरा व्यक्तिगत ओलंपिक स्वर्ण पदक भी था। नीरज अभिनव बिंद्रा के साथ शामिल हो गए, जिन्होंने 2008 बीजिंग ओलंपिक में निशानेबाजी में स्वर्ण पदक जीता था।

आज है भाला फेंक दिवस
ओलंपिक खेलों के इतिहास में स्वर्ण पदकों ने भारत की कुल संख्या 10 तक पहुंचा दी है। भाला फेंकने वाले और बिंद्रा के प्रयास के अलावा भारतीय पुरुष हॉकी टीम के नाम आठ ओलंपिक स्वर्ण पदक हैं। नीरज की जीत ने ओलंपिक में भारत का अब तक का सर्वश्रेष्ठ अभियान भी पूरा किया। भारतीय दल कुल 7 पदकों के साथ समाप्त हुआ जिसमें 1 स्वर्ण, 2 स्लिवर और चार कांस्य पदक शामिल थे। इससे पहले, भारत ने 2012 के लंदन ओलंपिक में छह पदक (2 रजत, 4 कांस्य) जीते थे। नीरज की जीत के कुछ दिनों बाद 7 अगस्त को राष्ट्रीय भाला फेंक दिवस घोषित किया गया। आज इस मौके पर CWG 2022 में अन्नू रानी ने कांस्य पर कब्जा जमाया है।

HISTORY

Edited By

Pushpendra Sharma

First published on: Aug 07, 2022 06:17 PM

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