नई दिल्ली: आने वाले समय में दुनिया की लगभग हर टी-20 लीग में प्रत्येक टीम की प्लेइंग इलेवन में केवल चार विदेशी खिलाड़ी ही रह सकते हैं। दरअसल, आईसीसी वर्किंग ग्रुप ने सिफारिश की है कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले चुके खिलाड़ियों सहित चार से अधिक विदेशी खिलाड़ियों को टी20 लीग की प्लेइंग इलेवन में शामिल नहीं होने दिया जाए। इसने यह भी सिफारिश की है कि प्लेइंग इलेवन में कम से कम चार स्थानीय खिलाड़ी शामिल हों। साथ ही बोर्ड को अपने खिलाड़ियों को विदेशी टी20 लीग में भाग लेने की अनुमति देने के लिए 10% रिलीज फीस का भुगतान किया जाना चाहिए।
खिलाड़ियों की कमी का समाधान
सिफारिशों का उद्देश्य खिलाड़ियों की कमी का समाधान निकालना है, जिसका सामना कई पूर्ण सदस्य टी20 लीगों में बढ़ोतरी के कारण कर रहे हैं। ये सिफारिशें पहली बार मंगलवार को द टेलीग्राफ (यूके) में रिपोर्ट की गई थीं। आईसीसी की मुख्य कार्यकारी समिति (सीईसी) की बैठक में एनुअल कॉन्फ्रेंस के दौरान आगे की चर्चा की जाएगी, जो जुलाई में डरबन में होने वाली है।
इन लीग्स में खेलते हैं चार से अधिक विदेशी खिलाड़ी
एक बार मंजूरी मिलने के बाद सिफारिशें सभी टी20 लीगों पर समान रूप से लागू होंगी। वर्तमान में केवल इंटरनेशनल लीग टी20 (9), मेजर लीग क्रिकेट (6) और सीपीएल (5) में चार से अधिक विदेशी खिलाड़ियों को अंतिम एकादश में खेलने की अनुमति है। वर्किंग ग्रुप की मुलाकात पिछले हफ्ते लंदन में वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के दौरान हुई थी। चर्चाओं के दौरान कुछ सदस्यों ने तर्क दिया कि घरेलू लीगों को घरेलू खिलाड़ियों के विकास और अवसरों के लिए तैयार किया जाना चाहिए।