नई दिल्ली: मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर को भारत में क्रिकेट का भगवान कहा जाता है। उन्होंने खेल के अलावा अपने व्यवहार और सामाजिक कार्यों से लोगों के दिलों में खास जगह बनाई है। सचिन तेंदुलकर का लोगों से जुड़ाव देखकर उन्हें कई विज्ञापन कंपनियों द्वारा अप्रोच किया जाता है। इसमें तंबाकू बनाने वाले ब्रांड भी होते हैं। लेकिन सचिन ने आज तक ऐसी कंपनियों के लिए कोई भी एड नहीं किया। इसके पीछे की वजह का उन्होंने हाल ही में खुलासा किया है।
सचिन तेंदुलकर ने पिता को किया था वादा
दरअसल सचिन तेंदुलकर ने विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर बड़ा खुलासा करते हुए बताया कि कैसे उन्होंने हमेशा अपने पिता रमेश तेंदुलकर की सलाह को ध्यान में रखा और कभी तंबाकू वाले उत्पादों का प्रचार नहीं किया। दिग्गज तेंदुलकर ने बताया कि उनके पिता ने कहा था कि कभी भी तंबाकू उत्पादों का प्रचार नहीं करना है और अपने पिता को दिए गए इसी वचन को उन्होंने जिंदगी भर निभाया।
एक टीवी चैनल पर बात करते हुए सचिन तेंदलुकर ने कहा, “जब मैंने इंडिया के लिए खेलना शुरू किया था, तब मैं स्कूल से निकला था। मुझे कई विज्ञापनों का ऑफर मिलने लगे थे, लेकिन मेरे पिता ने मुझे तंबाकू उत्पादों को बढ़ावा नहीं देने के लिए कहा. मुझे बहुत ऑफर मिले लेकिन मैंने उनमें से किसी को भी स्वीकार नहीं किया।”
पिता ने कहा था कि मैं रोल मॉडल हूं- सचिन तेंदुलकर
मास्टर ब्लास्टर ने आगे ये भी कहा कि , “यह वादा था जो मैंने अपने पिता से किया था। उन्होंने मुझसे कहा था कि मैं रोल मॉडल हूं और कई लोग उस चीज़ को फॉलो करेंगे जो मैं करूंगा। यही कारण है कि मैंने कभी तंबाकू उत्पादों या शराब का समर्थन नहीं किया है। 1990 के दशक में मेरे बल्ले पर स्टिकर नहीं लगा था, मेरे पास कोई कॉन्ट्रेक्ट नहीं था। लेकिन टीम में बाकी सभी विशेष ब्रांड्स का समर्थन कर रहे थे।”
जब सचिन ने रिजेक्ट किया था खाली चेक
सचिन तेंदुलकर ने आगे ये भी बताया कि विज्ञापन कंपनियों द्वारा उन्हें खाली चेक भी दिया गया था लेकिन वह भी उन्होंने लौटा दिया था। उन्होंने कहा कि – मैंने उस वादे को नहीं तोड़ा जो मैंने इन ब्रांडों का विज्ञापन न करके अपने पिता को दिया था। मुझे अपने बल्ले पर स्टिकर लगाकर ब्रांड का प्रचार करने के लिए उनसे कई ऑफर मिले, लेकिन मैं उन सभी का प्रचार नहीं करना चाहता था। मैं हमेशा इन दो चीजों से दूर रहा और अपने पिता का वादा कभी नहीं तोड़ा।”