ODI World Cup 2023: भारत के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली के मुताबिक टीम इंडिया को 2023 वनडे विश्व कप से पहले एक लेग स्पिनर को शामिल करना होगा। उन्होंने आगे बताया कि वनडे और टी20 फॉर्मेट में युजवेंद्र चहल की निरंतरता को देखते हुए थिंक टैंक को उन पर नजर रखने की जरूरत होगी।
बता दें कि वनडे वर्ल्ड कप 2023 की शुरुआत 5 अक्टूबर 2023 से होगी जिसमें पहला मैच न्यूजीलैंड और इंग्लैंड के बीच खेला जाएगा। टूर्नामेंट से पहले कई एक्सपर्ट्स द्वारा भारतीय टीम को राय दी जा रही है। ऐसे में पूर्व क्रिकेटर गांगुली ने सेटअप में एक लेग-स्पिनर रखने पर अपना रुख व्यक्त किया है क्योंकि टीम इंडिया के पास फिंगर-स्पिनरों के मामले में विभिन्न विकल्प हैं। उन्होंने आगे कहा कि प्रबंधन को अन्य टीमों पर बढ़त हासिल करने के लिए टीम में युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव जैसे खिलाड़ियों पर विचार करना होगा।
सौरव गांगुली ने कही ये बात
सौरव गांगुली ने स्टार स्पोर्ट्स पर चर्चा के दौरान कहा कि “मुझे लगता है कि भारत को इस विश्व कप के लिए एक कलाई वाला स्पिनर ढूंढना होगा। जडेजा हैं, रविचंद्रन अश्विन हैं, अक्षर पटेल हैं, जो मेरे अनुसार एक असाधारण ऑलराउंडर भी हैं। रवि बिश्नोई और कुलदीप यादव भी हैं लेकिन (युजवेंद्र) चहल किसी तरह बड़े टूर्नामेंट से चूक जाते हैं। वह छोटे प्रारूपों में बेहद लगातार प्रदर्शन करते हैं, चाहे वह 20 ओवर का हो या 50 ओवर का। उन पर नजर रखना भी जरूरी है।’
2022 विश्वकप में चहल को नहीं मिली थी जगह
2019 एकदिवसीय विश्व कप में चहल ने आठ मैचों में भाग लिया और मेन इन ब्लू के लिए 12 विकेट लिए। हालांकि, लेग्गी 2021 टी20 विश्व कप के लिए भारत के सेटअप में जगह बनाने में विफल रहे और 2022 टी20 विश्व कप में किसी भी मैच में दिखाई नहीं दिए। ऐसे में गांगुली ने उन्हें सेटअप में वापस लाने की मांग उठाई है।
कलाई के स्पिनर विदेशी टीमों के खिलाफ कारगर- गांगुली
गांगुली ने आगे टिप्पणी करते हुए का कि ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका जैसी भारी टीमों के खिलाफ खेलते समय कलाई के स्पिनर को मैदान में उतारने से मदद मिलती है। उन्होंने 2011 वनडे विश्व कप का हवाला देते हुए अपनी बात का समर्थन किया, जिसमें मेन इन ब्लू ने 2007 टी20 विश्व कप में पीयूष चावला और हरभजन सिंह को शामिल किया था।