Chess World Cup 2023: चेस वर्ल्ड कप 2023 के फाइनल मुकाबले में भारतीय चेस खिलाड़ी आर प्रज्ञानानंद और मैग्नस कार्लसन आमने-सामने हैं। मंगलवार को फाइनल का पहला गेम 35 चालों के बाद ड्रॉप पर खत्म हुआ। अब कल यानी बुधवार को दूसरे गेम का मुकाबला फिर से शुरू होगा। विश्व कप का यह खिताबी मुकाबला अजबौजान के बाकू में खेला जा रहा है।
प्रज्ञानानंद के पास इतिहास रचने का मौका
चेस विश्व कप 2023 के फाइनल में जगह बनाने वाले 18 साल के भारतीय चेस प्लेयर प्रज्ञानानंद इतिहास रच सकते हैं। भारत ने आखिरी बार 2002 में शतरंज का विश्व कप खिताब अपने नाम किया था। उस वक्त विश्वनाथन आनंद ने ट्रॉफी जीती थी। अब यह मौका आर प्रज्ञानानंद के पास है। उनके सामने विश्व के नंबर 1 खिलाड़ी मैग्नस कार्लसन हैं।
Game 1 of the FIDE World Cup Finals ends in a draw
Rameshbabu Praggnanandhaa made a solid draw with the White pieces against World no. 1 Magnus Carlsen. It was a balanced game, where the players agreed to a draw in an equal Rook and Knight ending after 35 moves of play.
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— ChessBase India (@ChessbaseIndia) August 22, 2023
सेमीफाइनल का क्या था हाल
मैग्नस कार्लसन ने सेमीफाइनल में अजरबेजान के निजात अबासोव को 1.5-0.5 से शिकस्त देकर फाइनल में जगह पक्की की थी। जबकि आर प्रज्ञानंद ने अमेरिका के दिग्गज ग्रैंडमास्टर फाबियानो करूआना को 3.5-2.5 से हराया था। 2002 के बाद कोई भारतीय पहली बार चेस वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंचा है।
आर प्रज्ञानानंद और मैग्नस कार्लसन का करियर
आर प्रज्ञानानंद और मैग्नस कार्लसन के करियर पर नजर डालें तो प्रज्ञानानंद ने अपने करियर में अब तक कुल 1789 मैच खेले। 894 में जीत दर्ज की, जबकि 504 मुकाबले ड्रॉ रहे। उन्हें 391 में हार मिली। वहीं 5 बार के विश्व विजेता कार्लसन ने कुल 1820 मैच खेले हैं। उन्होंने 785 गेम जीते, जबकि 836 बोर्ड ड्रॉ रहे। 199 मुकाबलों में उन्हें हार मिली।
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