IPL Auction Rules: आईपीएल खेलना हर क्रिकेटर का ख्वाब होता है, खासकर विदेशी खिलाड़ियों के लिए तो ये किसी जैकपॉट से कम नहीं होता, क्योंकि उनके लिए स्लॉट कम होते है. हर किसी की चाहत होती है कि हाई प्राइस पर उनकी बोली लगे. काफी प्लेयर्स की ये ख्वाहिश पूरी भी होती है. हालांकि कई बार निजी कारणों या फिर नेशनल कमिटमेंट की वजह से क्रिकेटर्स को सोल्ड होने बावजूद नाम वापस लेने की मजबूरी पेश आती है. अब सवाल उठता है कि क्या नीलामी में बिक जाने के बाद भी क्या वो आईपीएल सीजन छोड़ सकते हैं?
क्या है सही जवाब?
सीधे लफ्जों में कहें तो इसका जवाब ‘हां’ है. क्रिकेटर्स ऑक्शन में सोल्ड होने के बाद भी सीजन से अपना नाम वापस ले सकते हैं, लेकिन विदेशी खिलाड़ियों के लिए नियम बहुत ज्यादा सख़्त हो गए हैं. खिलाड़ियों के रजिस्टर करने, चुने जाने और फिर सीजन से कुछ हफ्ते पहले नाम वापस लेने के बार-बार होने वाले मामलों के बाद, आईपीएल ने 2025 की नीलामी से पहले एक नया नियम पेश किया है.
फॉरेन प्लेयर्स के लिए नियम
कोई भी विदेशी खिलाड़ी जो ऑक्शन में खरीदे जाने के बाद और सीजन शुरू होने से पहले हट जाता है, उसे आईपीएल और फ्यूचर के ऑक्शन से 2 साल का बैन झेलना पड़ेगा, जब तक कि हटने का सबूत खिलाड़ी के होम बोर्ड से मेडिकली वेरिफाइड इंडरी या कंडीशन न हो. जो विदेशी खिलाड़ी मेगा ऑक्शन स्किप करते हैं, उन्हें अगले मिनी ऑक्शन में भी एंट्री करने से रोक दिया जाएगा.
क्यों आया नया रूल?
ये बदलाव फ्रेंचाइजी की तरफ से देर से नाम वापस लेने के फीडबैक के बाद किया गया, जिसमें हैरी ब्रूक के निजी कारणों से दिल्ली कैपिटल्स से लगातार नाम वापस लेने जैसे मामले शामिल थे. जाहिर सी बात है कि कोई भी टीम नहीं चाहेगी कि जिस प्लेयर को खरीदने के लिए जी जान लगाई गई हो, उसके बिना सीजन गुजर जाए.










