Dennis Lillee Used An Aluminum Bat: बदलते जमाने के साथ क्रिकेट में भी कई बदलाव हो रहे हैं। आईसीसी हर साल कई नए नियम क्रिकेट में शामिल करती है। इन दिनों इस खेल में कई नए नियम आ चुके हैं, जिसकी लोग कल्पना भी नहीं कर सकते थे। क्रिकेट में बैट और गेंद सबसे ज्यादा अहम हैं। बल्लेबाज के लिए बैट हमेशा खास रहता है, जबकि गेंदबाज के लिए गेंद। 21वीं सदी में बल्लेबाज अपनी मर्जी के मुताबिक बल्ले बनवाते हैं। बैट का शेप क्या होगा, बैट कितने ग्राम का होगा। उसकी लंबाई क्या होगी? ये बल्लेबाज अपने हिसाब से तय करते हैं। लेकिन इतिहास में एक ऐसा भी क्रिकेट मैच खेला गया है, जिसमें एक ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी ने एल्युमिनियम का बना बैट इस्तेमाल कर विरोधी गेंदबाजों के छक्के छुड़ाए थे।
एल्युमिनियम के बैट से इस बल्लेबाज ने मचााया था कहर
साल 1979 में ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच 3 मैच की टेस्ट सीरीज खेली गई थी। पहले टेस्ट मैच के दौरान ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज डेनिस लिली इंग्लैंड के खिलाफ एल्युमिनियम का बल्ला लेकर बल्लेबाजी के लिए उतरे थे। लिली एक गेंदबाज थे और वह आमतौर पर नंबर 9 पर बल्लेबाजी करते थे। इस मैच में भी वह आखिरी में ही बल्लेबाजी करने के लिए उतरे। लेकिन उन्होंने लकड़ी के बैट की जगह एल्युमिनियम से बने बैट का इस्तेमाल किया।
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— Sarang Bhalerao (@bhaleraosarang) August 9, 2021
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जब लिली एल्युमिनियम का बैट लेकर मैदान पर बल्लेबाजी करने उतरे तो इंग्लैंड के सभी खिलाड़ी चौंक गए। इस मैच में इंग्लैंड के गेंदबाजों ने ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों पर अपना शिकंजा कसा हुआ था। ऑस्ट्रलिया 232 के स्कोर पर ही अपनी 8 विकेट गंवा चुकी थी। लिली ने कुछ देर तक एल्युमिनियम के बल्ले से ही बल्लेबाजी की। लेकिन कुछ देर बाद इंग्लैंड के गेंदबाजों ने अंपायर से शिकायत की, क्योंकि एल्युमिनियम का बल्ला गेंद का शेप खराब कर था। फिर अंपायर ने लिली को लकड़ी के बैट से बल्लेबाजी करने के लिए कहा। लेकिन लिली ने बल्ला बदलने से मना कर दिया। काफी देर तक बहस होने के बाद लिली ने आखिरकार लकड़ी के बैट से खेलने के लिए हामी भरी।
दरअसल उस समय आईसीसी की रूल बुक में ऐसा नहीं लिखा था कि बल्लेबाज केवल लकड़ी का ही बैट इस्तेमाल कर सकता है। इस घटना के बाद से आईसीसी को अपने नियम में बदलाव करने पड़े थे।
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