AUS vs ENG 1st Test: ऑस्ट्रेलिया ने सिर्फ 2 दिन में इंग्लैंड को एशेज सीरीज के पहले टेस्ट मैच में चारों खाने चित कर डाला. इंग्लैंड से मिले 205 रनों के लक्ष्य को कंगारू टीम ने आसानी से सिर्फ 2 विकेट खोकर हासिल कर लिया.
ऑस्ट्रेलिया की तरफ से ट्रेविस हेड ने बल्ले से कोहराम मचाते हुए सिर्फ 83 गेंदों पर 123 रनों की विस्फोटक पारी खेली. अपनी इस इनिंग के दौरान हेड ने 16 चौके और 4 सिक्स जमाए. पिछले 100 साल में यह पहला मौका है जब एशेज सीरीज का कोई टेस्ट सिर्फ 2 दिन के अंदर खत्म हो गया है.
एशेज सीरीज का सबसे छोटा मैच
20वीं सेंचुरी में गेंदों के लिहाज से पर्थ में खेला गया पहला मैच एशेज सीरीज का सबसे छोटा मैच रहा. पर्थ में खेला गया पहला टेस्ट सिर्फ 847 गेंदों में ही खत्म हो गया. इससे पहले 1888 में इंग्लैंड-ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले गए टेस्ट मैच का अंत 792 गेंदों में हो गया था. इसके साथ ही पिछले 100 सालों में यह एशेज सीरीज का सबसे छोटा मुकाबला भी रहा.
इंग्लैंड से मिले 205 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी ऑस्ट्रेलिया को ट्रेविस हेड और जेक वेदराल्ड ने अच्छी शुरुआत दी और पहले विकेट के लिए 75 रन जोड़े. वेदराल्ड तो 23 रन बनाकर आउट हो गए, लेकिन हेड ने दूसरे छोर से अपनी तूफानी बल्लेबाजी जारी रखी. हेड ने अपना अर्धशतक सिर्फ 36 गेंदों में पूरा किया. फिफ्टी जमाने के बाद हेड और भी आक्रामक हो गए और उन्होंने 69 गेंदों में अपना शतक ठोक डाला.
पर्थ में रचा गया इतिहास
टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में यह पहला मौका रहा जब पर्थ के मैदान पर रनों का पीछा करने वाली टीम ने जीत का स्वाद चखा. इससे पहले इस ग्राउंड पर खेले गए पांच मैचों में जीत पहले बैटिंग करने वाली टीम के ही हाथ लगी थी. ऑस्ट्रेलिया की ओर से गेंदबाजी में मिचेल स्टार्क ने जमकर कहर बरपाया. स्टार्क की आग उगलती गेंदों के आगे इंग्लिश बैटिंग ऑर्डर ताश के पत्तों की तरह बिखर गया. पहली पारी में स्टार्क ने 7 और दूसरी इनिंग में 3 विकेट लेते हुए कुल 10 विकेट चटकाए. पिछले 35 साल में स्टार्क एशेज टेस्ट में 10 विकेट लेने वाले पहले गेंदबाज भी बने.










