Vinesh Phogat Verdict: कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट (सीएएस) ने 14 अगस्त को भारतीय पहलवान विनेश फोगट की अपील को खारिज कर दिया है। अब इस मामले पर सीएएस ने अपील खारिज करने की वजह बताई है। सीएएस ने अपने फैसले में इस बात का जोर दिया है कि खिलाड़ियों को खुद ही अपने वजन का ध्यान रखना होता था। सभी खिलाड़ियों के लिए नियम एक जैसे ही होते हैं।
कोर्ट ने अपने फैसले में कही ये बात
सीएएस ने अपने विस्तृत आदेश में कहा, ‘विनेश ने अपनी स्वेच्छा से इस भार वर्ग में हिस्सा लिया था। वो पहले ही सारे नियमों और हालातों को जानती थीं। उनका वजन उनकी गलती की वजह से बढ़ा था, न कि किसी बाहरी कारक या हस्तक्षेप के कारण। इसी वजह से कोर्ट ने यह फैसला लिया था और उन्होंने विनेश की अपील को खारिज कर दिया था।
‘विनेश के पास नहीं था समय’
कोर्ट ने अपने फैसले में आगे कहा, ‘आवेदक एक अनुभवी पहलवान हैं, उन्होंने पहले भी नियमों के साथ मुकाबलों में हिस्सा लिया है। ऐसे में ऐसा कोई भी सबूत नहीं है कि जिससे साबित हो सके कि वो इस नियम को नहीं समझती थी। उन्होंने अपना वजन कम करने को लेकर एक प्रॉपर प्लान भी बनाया था। लेकिन उनके पास वजन कम करने के लिए पर्याप्त समय नहीं था। ऐसा नहीं है कि किसी और वजह से वो अपना वजन कम नहीं कर पाईं।
“यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग (UWW) के नियम ‘Draconian’ हैं”
◆ CAS ने बताया विनेश की याचिका रद्द होने का कारण #VineshPhogat #UWW | Vinesh Phogat CAS pic.twitter.com/ugI1Awbm3a
— News24 (@news24tvchannel) August 19, 2024
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कोर्ट ने उठाया ये मुद्दा
अपने फैसले में CAS ने अयोग्यता कानून पर चिंता भी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि अगर कोई खिलाड़ी किसी मैच से पहले अयोग्य करार दिया जाता है तो उसे उसी राउंड से बाहर किया जाना चाहिए न कि पूरे टूर्नामेंट से। ये सजा बहुत ज्यादा कठोर है। ऐसे में इन नियम को लेकर भी एक चर्चा होनी चाहिए।
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बता दें कि महिलाओं के 50 किग्रा फ्रीस्टाइल फाइनल से पहले विनेश को अयोग्य घोषित कर दिया गया था। इसके बाद उन्होने अपील की थी। कोर्ट ने अपना निर्णय तीन बार स्थगन के बाद सुनाया था। अपनी अपील में विनेश ने मांग उठाई थी कि उन्हें क्यूबा की पहलवान युसनेलिस गुजमैन लोपेज के साथ संयुक्त रूप से सिल्वर मेडल दिया जाए।