Vidur Niti: महाभारत के महान ज्ञानी और नीतिज्ञ पात्र विदुर, पांडु और धृतराष्ट्र के सौतेले भाई थे। नियोग प्रथा से इन तीनों जन्म महर्षि वेद व्यास से हुआ था, लेकिन इनकी माताएं अलग-अलग थीं। इन तीनों ने अपने-अपने तरीके से इतिहास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, लेकिन विदुर जी का स्थान और सम्मान अपने दोनों भाइयों से बहुत ऊपर है। उनके बातें और नीतियां आज हजारों सालों के बाद भी उपयोगी और प्रासंगिक हैं।
महात्मा विदुर ने अपनी विदुर नीति में जीवन से जुड़ी कई महत्वपूर्ण बातें बताई हैं। इनमें से एक प्रमुख सीख यह है कि कुछ विशेष आदतों और स्वभाव वाले लोगों के पास धन कभी टिक नहीं पाता। उनकी आर्थिक स्थिति हमेशा कमजोर बनी रहती है, क्योंकि माता लक्ष्मी उन पर प्रसन्न नहीं होतीं। विदुर नीति के अनुसार, चार प्रकार के लोग जीवनभर धन संबंधी परेशानियों से जूझते रहते हैं। आइए जानते हैं कि वे कौन हैं और उनसे हमें क्या सीखने की जरूरत है?
ये भी पढ़ें: गोत्र क्या है, विवाह के लिए क्यों जरूरी है गोत्र-मिलान? जानें विस्तार से
गंदे और अस्वच्छ लोग
विदुर कहते हैं कि जो व्यक्ति स्वच्छता का ध्यान नहीं रखते, मैले-कुचैले कपड़े पहनते हैं और अपने शरीर की सफाई पर ध्यान नहीं देते, उनकी जेब कभी भरी नहीं रहती। विशेष रूप से, जिनके दांत गंदे होते हैं, जिनके शरीर से दुर्गंध आती है, वे धन की देवी लक्ष्मी को अप्रिय लगते हैं। स्वच्छता सिर्फ दिखावे के लिए नहीं, बल्कि यह एक आदत है जो व्यक्ति के आत्मविश्वास और व्यक्तित्व को निखारती है। जो व्यक्ति खुद को साफ-सुथरा रखता है, वह अधिक आत्मविश्वासी होता है और समाज में उसे अधिक सम्मान मिलता है, जिससे उसकी आर्थिक स्थिति भी बेहतर होती है।
जरूरत से ज्यादा खाने वाले लोग
विदुर नीति के अनुसार, जो व्यक्ति अत्यधिक भोजन करते हैं, जिसे खाने पर संयम नहीं है, उसकी जेब हमेशा खाली रहती है। ऐसा व्यक्ति भोजन के प्रति इतना आसक्त होता है कि वह अपने स्वास्थ्य, अनुशासन और धन की बचत की परवाह नहीं करता। अत्यधिक भोजन करने से न केवल शरीर पर बुरा असर पड़ता है, बल्कि यह आलस्य और निष्क्रियता को भी जन्म देता है। ऐसे लोग अपने कार्यों में रुचि नहीं लेते, जिससे उनकी प्रगति रुक जाती है और वे हमेशा आर्थिक तंगी में रहते हैं।
अत्यधिक सोने वाले लोग
विदुर कहते हैं कि जो व्यक्ति सूर्योदय के बहुत बाद तक सोता रहता है, वह भी हमेशा धन की तंगी से जूझता रहता है। आलसी व्यक्ति अवसरों को पहचान नहीं पाता और मेहनत से बचता है। उसका जीवन सुस्ती और समय की बर्बादी में निकल जाता है। माता लक्ष्मी को मेहनती और कर्मशील लोग प्रिय होते हैं, जबकि आलसी लोगों से वे दूर चली जाती हैं। यदि कोई व्यक्ति दिनभर सोता है और अपने काम को टालता रहता है, तो सफलता और धन उससे दूर ही रहेंगे।
अवसर गंवाने वाले और निष्क्रिय लोग
विदुर नीति के अनुसार, जो व्यक्ति अपने सामने आए सुनहरे अवसरों को नहीं पहचान पाता या उन्हें गंवा देता है, वह जीवनभर आर्थिक संकट से जूझता है। कई लोग अपनी असफलताओं के लिए परिस्थितियों को दोष देते रहते हैं, लेकिन असल में वे स्वयं ही अपने अवसरों को नजरअंदाज करते हैं। सही समय पर सही निर्णय लेना और परिश्रम करना ही आर्थिक समृद्धि की कुंजी है।
ये भी पढ़ें: Vidur Niti: हर महिला को छिपानी चाहिए अपने पति से ये 5 बातें
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी धार्मिक शास्त्र की मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।