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सावन में इन 7 चीजों से करें भगवान शिव की पूजा, धन-धान्य से भर जाएगा घर

Sawan 2024: भगवान शिव का एक नाम आशुतोष है, जिसका अर्थ है जो बहुत कम में भी संतुष्ट हो जाए। यूं तो देवाधिदेव भगवान भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए श्रद्धापूर्वक मात्र एक फूल या एक लोटा शीतल जल काफी है, लेकिन आइए जानते हैं, महादेव को कौन-सी चीजें विशेष प्रिय हैं?

Sawan 2024: शिव भक्ति के महीने सावन में पूरी श्रद्धा और विश्वास के साथ भगवान शिव की पूजा की जाती है। इस पर्वित्र महीने में किए गए उचित प्रयास से देवाधिदेव महादेव शीघ्र प्रसन्न होते हैं। भक्त और श्रद्धालु बाबा भोलेनाथ की कृपा और आशीर्वाद पाने के लिए तरह-तरह के उपाय करते हैं। उन्हीं में से एक है भगवान शंकर को उनकी प्रिय वस्तुएं अर्पित करना। आइए जानते हैं, आशुतोष शिव की प्रिय चीजों के बारे में।

गंगा जल

यूं तो भगवान शंकर शिवलिंग पर एक लोटा जल चढ़ाने मात्र से ही प्रसन्न हो जाते हैं, लेकिन उन्हें गंगाजल विशेष प्रिय है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, समुद्र मंथन से निकले कालकूट विष पीने के बाद भगवान शिव के शरीर जलन और गर्मी शांत करने के लिए समस्त देवी-देवताओं ने उन्हें गंगाजल जल अर्पित किया। तभी से शिव पूजा में गंगाजल के अर्घ्य का विशेष महत्व माना जाता है।

बेल पत्र

तीन पत्तियों वाला बेल पत्र महादेव शिव को अत्यंत प्रिय है। गंगाजल के बाद शिवलिंग के अभिषेक में बेल पत्र का प्रथम स्थान है। इस विशेष पत्र को भगवान के तीन नेत्रों का प्रतीक माना जाता है। मान्यता है कि इससे भगवान शिव को शीतलता मिलती है और भक्त को कई कन्याओं के कन्यादान के बराबर फल मिलता है।

धतूरा

भगवान शिव धतूरा अत्यंत प्रिय है। कहते हैं, जब विष पीने के बाद शंकर भगवान बिल्कुल व्याकुल हो गए थे तब धतूरा अर्पित उनकी व्याकुलता शांत की गई थी।

भांग

महादेव शिव को भांग भी बेहद प्रिय है। कालकूट या हलाहल विष पीने के बाद उन्हें औषधि के रूप में भांग भी दी गई थी। तभी से शंकर भगवान को भांग अति प्रिय है। इसे ग्रहण कर वे हमेशा ध्यानमग्न रहते हैं।

अकवन की पत्तियां और फूल

भगवान शिव जी अकवन या आंकड़े की पत्तियां और फूल दोनों अत्यंत प्रिय है। कहा जाता है कि जब विष पीने के बाद शंकर भगवान व्याकुल हो गए थे तब आंकड़ा की पत्तियों और फूल चढ़ाकर उनकी बेचैनी शांत करने में उनकी मदद की गई थी।

चंदन

चंदन शीतलता और खुशबू के जाना जाता है। भगवान शिव मस्तक पर चंदन का त्रिपुंड लगाते हैं, जो शीतलता प्रदान कर उनको मानसिक मजबूती देता है। इसलिए सावन में शिव जी चंदन चढ़ाने से शीघ्र प्रसन्न होते हैं।

दूध

गाय के शुद्ध दूध से सावन के महीने में शिवलिंग का अभिषेक करना बहुत उत्तम माना जाता है। यह भगवान भोलेनाथ को विशेष रूप से पसंद है। बहुत से लोग गंगाजल और शहद मिश्रित दूध से भी भगवान शिव का अभिषेक करते हैं। इन 7 वस्तुओं के अलावा आप भगवान शंकर की पूजा शहद, दही, कपूर, घी, रुद्राक्ष, भस्म, गुड, मिष्टान्न, पंचामृत आदि कई वस्तुओं से कर सकते हैं। उन्हें जो चीजें अर्पित करें, बस सच्ची श्रद्धा और पूरे विश्वास से करें, तब पूजा का फल शीघ्र प्राप्त होता है।ये भी पढ़ें: ये भी पढ़ें: हर 12 साल में सीधे शिवलिंग पर गिरती है इंद्र के वज्र की बिजली, टूटकर फिर जुड़ जाते हैं महादेव ये भी पढ़ें: पांव में धंसा तीर, सुन्न पड़ गया शरीर…इस रहस्यमय तरीके से हुई भगवान कृष्ण की मृत्यु!
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिषीय मान्यताओं पर आधारित हैं और केवल जानकारी के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।


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