Kaalchakra Today 22 July 2025: भगवान शिव को समर्पित सावन का पवित्र व पावन महीना चल रहा है, जिस दौरान महादेव की पूजा और व्रत रखना शुभ होता है। भोलेनाथ को खुश करने के लिए कई लोग सावन में शिवलिंग का रुद्राभिषेक भी करते हैं। हालांकि रुद्राभिषेक पूरी विधि और शुभ मुहूर्त में किया जाता है। यदि गलत तिथि और विधि से रुद्राभिषेक किया जाता है तो उसका नकारात्मक प्रभाव भी जीवन पर पड़ता है।
धार्मिक मान्यता के अनुसार, दूध और दही से शिवलिंग पर रुद्राभिषेक किया जाता है। रुद्राभिषेक के साथ रुद्राष्टाध्यायी के मंत्रों का भी जाप किया जाता है, जिसमें कुल 10 अध्याय हैं। आज के कालचक्र में प्रश्न कुंडली विशेषज्ञ पंडित सुरेश पांडेय आपको बताने जा रहे हैं कि किन-किन तिथियों पर रुद्राभिषेक किया जाता है। साथ ही रुद्राभिषेक करने के लाभ के बारे में भी पता चलेगा।
किन तिथियों पर करना चाहिए रुद्राभिषेक?
किसी भी माह की कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि
किसी भी माह की कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि
किसी भी माह की शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि
किसी भी माह की शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि
जिस शिवालय में शिवलिंग की प्राण प्रतिष्ठा हुई हौ और 12 ज्योतिर्लिंग में किसी भी दिन किसी भी मुहूर्त में रुद्राभिषेक किया जा सकता है।