खगोलीय दृष्टि से चंद्र ग्रहण तब लगता है, जब पृथ्वी सूर्य और चंद्रमा के बीच आ जाती है और चंद्रमा पर छाया डालती है।
Chandra Grahan 2025 Live Updates: चंद्र ग्रहण को धार्मिक और ज्योतिष दृष्टि से महत्वपूर्ण माना जाता है। ये एक खगोलीय घटना है, जिसका असर न सिर्फ राशियों पर पड़ता है बल्कि प्रकृति पर भी प्रभाव देखने को मिलता है। चंद्र ग्रहण के दौरान तापमान और गुरुत्वाकर्षण बल के कारण समुद्र की लहरों में बदलाव आ सकता है, जिससे मौसम पर प्रभाव पड़ता है। इसके अलावा जानवरों के व्यवहार में भी परिवर्तन देखने को मिलता है। द्रिक पंचांग के अनुसार, आज यानी 7 सितंबर को साल 2025 का आखिरी पूर्ण चंद्र ग्रहण लगेगा। इस ग्रहण को ब्लड मून और लाल चंद्रमा भी कहा जाता है क्योंकि इस दौरान चांद लाल रंग का दिखाई देता है। यह ग्रहण भारत में पूर्ण रूप से दिखाई देगा, जिसे बिना किसी विशेष उपकरण के देखा जा सकता है। चूंकि यह ग्रहण भारत में दिखेगा, इसलिए इसका सूतक काल भी लगेगा। ऐसे में कुछ राशियां किसी बड़े संकट में फंस सकती हैं। हालांकि कुछ उपायों को करके चंद्र ग्रहण के नकारात्मक प्रभाव से बचा जा सकता है।
चंद्र ग्रहण के समय, सूतक काल, राशियों पर प्रभाव, उपाय और अन्य महत्वपूर्ण जानकारी जानने के लिए बने रहें News24 के साथ…
पौराणिक कथाओं के अनुसार, समुद्र मंथन के दौरान राहु नामक राक्षस ने अमृत पीने के लिए देवता का रूप धारण किया था, लेकिन विष्णु जी ने उन्हें पहचान लिया था। विष्णु जी ने गुस्से में राहु का सिर काट दिया था, लेकिन अमृत पीने के कारण उसका शरीर अमर हो गया। राहु के शरीर को केतु और सिर को राहु कहा जाता है। राहु और केतु गुस्से में समय-समय पर सूर्य और चंद्रमा को निगल जाते हैं, जिस कारण सूर्य और चंद्र ग्रहण लगता है।
यदि आप इन तीनों राशियों के राशिफल के बारे में विस्तार से जानना चाहते हैं तो उसके लिए लिंक पर क्लिक करें-Moon Eclipse: 7 सितंबर से शुरू होंगे 3 राशियों के अच्छे दिन, कुंभ राशि और गुरु के नक्षत्र में 12482 सेकंड तक लगेगा चंद्र ग्रहण

चंद्र ग्रहण आज कुंभ राशि व पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र में लगेगा। द्रिक पंचांग के अनुसार, चंद्र देव ने 6 सितंबर की सुबह 11 बजकर 21 मिनट पर शनि की राशि कुंभ में गोचर किया था, जहां पर वह कल दोपहर 2 बजकर 28 मिनट तक रहेंगे। इस बीच आज रात 9 बजकर 40 मिनट पर चंद्र देव पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र में गोचर करेंगे, जहां पर वह कल रात 8 बजकर 2 मिनट तक रहेंगे। ज्योतिष शास्त्र में पूर्वाभाद्रपद को गुरु का नक्षत्र माना जाता है।
7 सितंबर और 8 सितंबर के बीच कुल 03 घंटे 28 मिनट 02 सेकंड यानी 12482 सेकंड तक चंद्र ग्रहण लगेगा।
द्रिक पंचांग के अनुसार, आज उत्तरी अमेरिका और दक्षिणी अमेरिका के अधिकांश भागों में चंद्र ग्रहण दिखाई नहीं देगा।

दिल्ली, चंडीगढ़, जयपुर, लखनऊ, मुंबई, अहमदाबाद, पुणे, चेन्नई, बेंगलुरु, हैदराबाद, कोच्चि, कोलकाता, भुवनेश्वर, गुवाहटी, भोपाल, नागपुर और रायपुर शहर में आज चंद्र ग्रहण दिखाई देगा।
चंद्र ग्रहण के शुरू होने से 9 घंटे पहले से ही सूतक काल का आरंभ हो जाता है, जिस समय को शुभ नहीं माना जाता है। द्रिक पंचांग के अनुसार, 7 सितंबर 2025 यानी आज दोपहर 12 बजकर 57 मिनट से सूतक काल शुरू हो जाएगा।
द्रिक पंचांग के अनुसार, आज 7 सितंबर 2025 की रात 9 बजकर 58 मिनट से लेकर कल 8 सितंबर की सुबह 1 बजकर 26 मिनट तक चंद्र ग्रहण भारत में पूर्ण रूप से दिखाई देगा।