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टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा व्हाइटवॉश का सामना करने वाली टीमें
Test Cricket: क्या आपने कभी सोचा है कि क्रिकेट की दुनिया में सबसे बड़ी शर्मिंदगी क्या हो सकती है? टेस्ट क्रिकेट में किसी टीम का हर मैच हारना किसी बुरे सपने से कम नहीं होता। इसे "व्हाइटवॉश" कहते हैं। ऐसी स्थिति में पूरी टीम का मनोबल टूट जाता है, और उनके फैंस के लिए यह किसी झटके से कम नहीं होता। लेकिन क्या आप जानते हैं कि किन टीमों को सबसे ज्यादा बार यह कड़वा अनुभव हुआ है? आइए जानते हैं...
पाकिस्तान टेस्ट इतिहास में 11 बार व्हाइटवॉश हुआ है। यह टीम कई बार विदेशी परिस्थितियों में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाई, खासकर तेज पिचों पर।
न्यूजीलैंड की टीम को शुरुआती सालों में ज्यादा संघर्ष करना पड़ा। कमजोर बल्लेबाजी और गेंदबाजी के कारण वे 9 बार व्हाइटवॉश हुए।
भारत भी 9 बार व्हाइटवॉश का सामना कर चुका है। इसमें ज्यादातर हार विदेशी धरती पर हुई हैं, जहां टीम को स्विंग और तेज गेंदबाजी से परेशानी हुई थी।
एक समय वेस्ट इंडीज क्रिकेट का बादशाह था, लेकिन हाल के दशकों में उनका प्रदर्शन गिरा और वे 8 बार व्हाइटवॉश का शिकार बने।
इंग्लैंड की टीम ने हालांकि टेस्ट क्रिकेट में बेहतरीन प्रदर्शन किया है, लेकिन उन्हें भी 8 बार क्लीन स्वीप झेलना पड़ा।
श्रीलंका को उनके शुरुआती टेस्ट वर्षों में संघर्ष करना पड़ा। कमजोर गेंदबाजी और बल्लेबाजी के कारण 7 बार उन्हें हर मैच में हार झेलनी पड़ी।
दक्षिण अफ्रीका ने भले ही कई बार अच्छा प्रदर्शन किया हो, लेकिन कुछ मुश्किल सीरीज में उन्हें 6 बार क्लीन स्वीप का सामना करना पड़ा।
ऑस्ट्रेलिया जैसी मजबूत टीम को सिर्फ 5 बार व्हाइटवॉश झेलना पड़ा। यह दिखाता है कि वे कितने मजबूत और लगातार अच्छा प्रदर्शन करने वाली टीम हैं।
बांग्लादेश ने टेस्ट क्रिकेट में धीरे-धीरे सुधार किया है। शुरुआत में कमजोर टीम होने के बावजूद वे सिर्फ 2 बार पूरी सीरीज हारे।