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Kolkata Durga Puja Pandal 2025: शारदीय नवरात्रि का पर्व 2025 में 22 सितंबर से प्रारंभ होकर 2 अक्टूबर को दुर्गा विसर्जन और दशहरा के साथ समाप्त होगा. हालांकि, नवरात्रि शुरू होने से पहले ही मां दुर्गा के पंडाल भव्य रूप से सज जाते हैं. खासकर कोलकाता में दुर्गा पूजा की एक अनोखी धूम देखने को मिलती है. यहां हर साल विभिन्न थीम पर मां दुर्गा के पंडाल सजाए जाते हैं, जो लोगों को आकर्षित करते हैं. ये पंडाल न केवल अपनी खूबसूरती और अनोखेपन के लिए जाने जाते हैं, बल्कि उनमें छिपी संदेशात्मक कहानियां भी भक्तों को कुछ नया सिखाती हैं. आज हम आपको कोलकाता में 2025 में सजाए गए कुछ खास और आकर्षक पंडालों के बारे में बताने जा रहे हैं.

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कोलकाता में स्थित टाला प्रत्यय दुर्गापूजा पंडाल अपनी अनोखी थीम, लाइटिंग और माहौल के लिए जाना जाता है. वर्ष 2025 में यहां पर प्रवासी मजदूरों की थीम पर मां दुर्गा का पंडाल बनाया है, जिसमें देवी दुर्गा को हल पकड़े हुए दर्शाया गया है.
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कोलकाता के दमदम पार्क में 'दमदम पार्क भारत चक्र' नामक एक प्रसिद्ध दुर्गा पंडाल है, जिसे प्राचीन पूजनीय पंडालों में से एक माना जाता है. इस बार यहां पर 'तन्मात्रा' की थीम पर पंडाल सजाया गया है. यहां 'तन्मात्रा' का अर्थ 'औरा' यानी 'आभा' है.

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कोलकाता के 41 पल्ली क्लब का पंडाल अपनी अनोखी कला और परंपरा के लिए मशहूर है. दुर्गा पूजा समिति ने इस बार यहां संस्कृत शब्द 'सोपानम' की थीम पर 3डी आर्किटेक्चरल कैनवास पंडाल बनाया है. सोपानम का अर्थ होता है जीना यानी आगे बढ़ते जाना है. इस पंडाल में 30 फुट ऊंचा एक रोबोट व लेजर लाइट शो भी है.
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कोलकाता के बागुईआटी रेल पुकुर यूनाइटेड क्लब में भी मां दुर्गा का भव्य पंडाल सजाया गया है, जिसमें इस बार पक्षियों को जगह दी गई है. इस पंडाल को शब्द यानी ध्वनि की थीम पर सजाया गया है, जिसका मकसद हमारे रोजमर्रा के जीवन में शामिल आवाजों को सामने लाना है. इस पंडाल में पक्षियों की 20 फुट ऊंची प्रतिमा मौजूद है, जो प्रकृति की भव्यता और शहरी जीवन में उसकी लुप्त होती उपस्थिति को दर्शाती है.

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कोलकाता का कुमारटुली पार्क पंडाल भी अपनी अलग-अलग थीम के लिए जाना जाता है. इस बार यहां पर मां दुर्गा का पंडाल इको-फ्रेंडली थीम पर सजाया गया है, जिसमें 22 प्रकार की सूखी पत्तियों और 20,000 से अधिक पत्तियों का इस्तेमाल किया गया है. ये पंडाल प्रकृति की सुंदरता और हरियाली को बहूबी दर्शाता है.