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घर में बर्बादी का कारण बनता है शीशा, इन 5 जगहों से रखें दूर
घर में शीशा लगाने से अक्सर घर की सुंदरता में चार चांद लग जाते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ खास जगहों पर शीशा लगाना बर्बादी का कारण बन सकता है? वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर के कुछ हिस्सों में शीशा लगाने से नकारात्मक प्रभाव पड़ सकते हैं, जो हमारे जीवन में समस्याएं और आर्थिक नुकसान ला सकते हैं। इसलिए, घर में शीशा लगाते समय ध्यान रखना जरूरी है कि इसे सही स्थान पर लगाया जाए। आइए जानते हैं उन 5 जगहों के बारे में, जहां शीशा लगाने से बचना चाहिए।
मुख्य द्वार के सामने शीशे का उपयोग नकारात्मक माना जाता है क्योंकि मान्यता है कि यह घर में आने वाली सकारात्मक ऊर्जा को बाहर की ओर वापस भेज देता है, जिससे घर में शांति और समृद्धि की कमी हो सकती है।
सीढ़ियों के नीचे शीशे का प्रयोग अशुभ माना जाता है, क्योंकि इसे घर में अशांति और ऊर्जा के असंतुलन का कारण माना जाता है, जिससे घर का माहौल बिगड़ सकता है।
पूजाघर में शीशे का उपयोग इसलिए नहीं करना चाहिए क्योंकि माना जाता है कि शीशे में देवी-देवताओं की प्रतिमा का प्रतिबिंब नेगेटिव एनर्जी उत्पन्न करता है।
बाथरूम में शीशे का प्रयोग अशुभ माना जाता है, क्योंकि मान्यता है कि शीशे से नकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ता है, जो शरीर और मन की सेहत पर बुरा असर डाल सकता है।
रसोईघर में शीशे का इस्तेमाल भी नकारात्मक माना जाता है क्योंकि माना जाता है कि यह धन और समृद्धि पर बुरा प्रभाव डालता है, जिससे परिवार की आर्थिक स्थिति पर असर पड़ सकता है।
बेडरूम में शीशे का प्रयोग अशुभ माना जाता है क्योंकि यह मन में नकारात्मक विचारों को बढ़ाता है, जिससे मानसिक शांति नहीं रहती और नींद में भी परेशानी हो सकती है।