Sleeper Job: एक ऐसी जॉब जहां आपको सिर्फ सोने के पैसे मिलते हैं। न ऑफिस जाने की टेंशन, न किसी मीटिंग की झंझट बस आराम से सोइए और सैलरी पाइए। यह कोई मजाक नहीं, बल्कि एक वास्तविक और तेजी से लोकप्रिय होती नौकरी है। लेकिन सवाल यह है कि आखिर कौन देता है सोने के पैसे? क्या यह काम सच में इतना आसान है जितना सुनने में लगता है? आइए जानते हैं इस अनोखी नौकरी के बारे में, जो मजेदार भी है और चैलेंजिंग भी…
सोने के लिए मिलती है सैलरी
क्या आपने कभी सोचा है कि सिर्फ सोने के लिए भी सैलरी मिल सकती है? यह सुनने में अजीब लगता है, लेकिन यह एक वास्तविक और तेजी से लोकप्रिय होती जा रही नौकरी है। इसे प्रोफेशनल स्लीपर कहा जाता है, जहां व्यक्ति को अलग-अलग परिस्थितियों में सोने और अपने अनुभव शेयर करने के लिए पैसे मिलते हैं। कई वैज्ञानिक और रिसर्च संस्थान नींद से जुड़ी रिसर्च करते हैं और उन्हें इसके लिए ऐसे लोगों की जरूरत होती है जो प्रयोगों में भाग लें। यह नौकरी मुख्य रूप से नींद की क्वालिटी, नए गद्दों, तकियों और अन्य नींद से जुड़े उत्पादों के परीक्षण के लिए होती है। कुछ कंपनियां नई टेक्नोलॉजी और दवाओं के असर को समझने के लिए भी प्रोफेशनल स्लीपर की मदद लेती हैं।
क्या काम करना होता है प्रोफेशनल स्लीपर को
इस नौकरी में व्यक्ति को अलग-अलग तरह के बेड, तकिए और नींद से जुड़ी चीजों पर सोना होता है। कई बार वैज्ञानिक यह भी परखते हैं कि किसी खास माहौल में नींद पर क्या असर पड़ता है। पेशेवर स्लीपरों को सोते समय खास मशीनों से जोड़ा जाता है, जो उनके दिमाग की गतिविधि, दिल की धड़कन और सांस लेने की प्रक्रिया को मापती हैं जैसे कि नींद कितनी गहरी थी, कोई असुविधा हुई या नहीं, हालांकि यह सुनने में आसान लगता है, लेकिन कई बार लंबे समय तक एक ही पोजीशन में सोना पड़ता है, जो मुश्किल हो सकता है। इस नौकरी के लिए जरूरी है कि व्यक्ति की नींद का पैटर्न सामान्य हो और वह अपने अनुभव को अच्छे से व्यक्त कर सके।
कहां मिलती है यह अनोखी नौकरी?
प्रोफेशनल स्लीपर की यह नौकरी अमेरिका, यूके, जर्मनी और जापान जैसे देशों में ज्यादा है। भारत में अभी इस तरह की नौकरियां बहुत आम नहीं हैं, लेकिन नींद संबंधी रिसर्च बढ़ रही है। अगर कोई इस क्षेत्र में काम करना चाहता है, तो उसे रिसर्च संस्थानों, हेल्थकेयर कंपनियों और गद्दे-तकिए बनाने वाली कंपनियों की वेबसाइट पर नजर रखनी चाहिए। यह नौकरी अस्थायी होती है और एक प्रोजेक्ट पूरा होने के बाद समाप्त हो सकती है। हालांकि यह एक आसान तरीका लग सकता है पैसे कमाने का, लेकिन इसमें धैर्य और अनुशासन की जरूरत होती है। यह सिर्फ एक मजेदार नौकरी नहीं, बल्कि विज्ञान के लिए भी फायदेमंद होती है।