लोकसभा से पारित होने के बाद राज्यसभा में भी वक्फ संशोधन विधेयक पास हो गया है। पक्ष और विपक्ष के नेताओं ने बिल पर संसद में अपने-अपने विचार व्यक्त किए।
इसी क्रम में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने राज्यसभा में वक्फ संशोधन बिल को लेकर कहा कि मैं इस विधेयक के समर्थन में खड़ा हूं और मुझे उम्मीद है कि सदन भी इसका समर्थन करेगा। इस विधेयक का मूल उद्देश्य वक्फ संपत्तियों में सुधार और उचित प्रबंधन लाना है, जिस पर बहुत चर्चा हुई है।
जेपी नड्डा ने कहा कि भारत सरकार द्वारा लाए गए इस वक्फ विधेयक को ध्वस्त करने के लिए शोर मचाया जा रहा है। एक जिम्मेदार राजनीतिक दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में मैं इस शोर को रोकता हूं और इस नैरेटिव का विरोध करता हूं।
उन्होंने कहा कि वक्फ संशोधन विधेयक का मूल उद्देश्य रिफॉर्म्स लाकर वक्फ की प्रॉपर्टी का उचित मैनेजमेंट करना है। इस बिल का मूल मंत्र है- पारदर्शिता और जवाबदेही लाना, क्योंकि 2013-25 के बीच में यह कानून गलत दिशा में था, इससे मुस्लिम भाइयों का बहुत नुकसान हुआ है। इसमें जमीन माफियाओं ने बहुत मलाई खाई है।
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डेमोक्रेटिक नॉर्म्स को फॉलो कर आगे बढ़ रही सरकार : नड्डा
उन्होंने आगे कहा कि इस सदन के माध्यम से देश की जनता को बताना चाहता हूं कि पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चलने वाली सरकार पूरी तरह से डेमोक्रेटिक नॉर्म्स को फॉलो करके आगे बढ़ रही है। आपने (विपक्ष ने) जेपीसी की मांग की थी और हमने इसका गठन किया। 2013 में जब वक्फ बिल के लिए जेपीसी का गठन किया गया था, तब इसमें सिर्फ 13 सदस्य थे, लेकिन मोदी सरकार के तहत गठित जेपीसी में 31 सदस्य हैं। जेपीसी ने 36 बैठकें कीं। प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से इसकी गतिविधियों पर 200 घंटे से अधिक समय व्यतीत किया गया।
हम लिप सर्विस नहीं, रियल सर्विस करते हैं : केंद्रीय मंत्री
केंद्रीय मंत्री नड्डा ने आगे हा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 'सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास' इस मंत्र को लेकर चले हैं और इसको उन्होंने पूरा किया है। मोदी की गरीब कल्याण अन्न योजना से लेकर पीएम आवास योजना, शौचालय, सभी योजनाओं का लाभ हर वर्ग के जरूरतमंदों को मिला है, देश की जनता को मिला है। हम लिप सर्विस नहीं, रियल सर्विस करते हैं।
वक्फ की प्रॉपर्टी का सही से उपयोग हो सके : नड्डा
उन्होंने आगे कहा कि इस बिल के माध्यम से हमने कोशिश की है कि ज्यादा से ज्यादा मुस्लिम समुदाय वक्फ की प्रॉपर्टी का सही से उपयोग हो सके। इस बिल में उनकी शिक्षा, स्वास्थ्य और प्रॉपर्टी सही हाथों में रहे। जेपी नड्डा ने कहा कि अदालतों में कहा जाता है कि जब आपके पास तर्क होते हैं तो आप संतुष्ट होते हैं और उसी के अनुसार बोलते हैं, और जब आपके पास तर्क नहीं होते हैं, तो आप अपनी आवाज उठाते हैं और सनसनी फैलाने की कोशिश करते हैं। मैंने देखा कि बहस पटरी से उतर गई और भटक गई। मैंने कल लोकसभा में भी यही देखा।
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