Valentine Day Indira Raje Love Story: प्यार न जाति देखता है, न मजहब देखता है.. प्यार बस हो जाता है। कभी-कभी प्यार पहली नजर में हो जाता है। जिसे हम देखते हैं, बस देखते ही रह जाते हैं। प्यार दो दिलों के बीच का मेल है। प्यार के लिए लोग किसी भी हद तक जा सकते है... फिर वह चाहे आम इंसान हो या शाही परिवार की कोई राजकुमारी... आज हम आपको ऐसी राजकुमारी की प्रेम कहानी के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसने सिंधिया परिवार से नाता तोड़ लिया और अपने माता-पिता की मर्जी के बिना शादी की। उस राजकुमार का नाम है- इंदिरा राजे।
बड़ौदा के गायकवाड़ राजघराने में हुआ इंदिरा राजे का जन्म
राजकुमारी इंदिरा राजे का जन्म बड़ौदा के मशहूर गायकवाड़ शाही परिवार में हुआ था। उनकी सगाई ग्वालियर के महाराजा माधोराव सिंधिया से हुई थी। इंदिरा इस सगाई से नाखुश थी। इसलिए उन्होंने सगाई तोड़ दी और माता-पिता की मर्जी के बिना राजकुमार जितेंद्र नारायण से शादी कर ली।
इंदिरा राजे से 20 साल बड़े थे माधोराव सिंधिया
माधोराव की उम्र इंदिरा से 20 साल अधिक थी। अगर इंदिरा की माधोराव से शादी होती तो वह उनकी दूसरी पत्नी बनतीं। इसके साथ ही, उन्हें सख्त पर्दा प्रथा का भी सामना करना पड़ता। वहीं, इंदिरा खुले माहौल में रहतीं थी। वह स्कूल और कॉलेज जाने वाली पहली भारतीय राजकुमारी थीं।
यह भी पढ़ें: कौन है वह शख्स, जिससे शादी करने के लिए राजकुमारी ने तोड़ दिया शाही परिवार से नाता; जीने लगीं आम जिंदगीदिल्ली दरबार में राजकुमारी की राजकुमार से हुई मुलाकात
राजकुमारी इंदिरा राजे और राजकुमार जितेंद्र नारायण की मुलाकात 1911 के दिल्ली दरबार में हुई। दोनों को पहली नजर में ही प्यार हो गया। इंदिरा ने उसी समय तय कर लिया कि वह शादी सिर्फ जितेंद्र नारायण से ही करेंगी। जितेंद्र बंगाल के कूचबिहार रियासत के महाराज नृपेंद्र नारायण के बेटे थे।
माधोराव से सगाई तोड़ कर इंदिरा राजे ने की शादीराजकुमारी इंदिरा के लिए राजकुमार जितेंद्र से शादी करना काफी मुश्किल था। उनकी माधोराव सिंधिया से सगाई हो चुकी थी। यह वह समय था, जब सगाई को विवाह के बराबर माना जाता था। 18 वर्षीय राजकुमारी के लिए सगाई को तोड़ना काफी मुश्किल भर फैसला था, लेकिन उन्होंने साहस दिखाते हुए माधोराव को पत्र लिखा और शादी करने से इनकार कर दिया।
25 अगस्त 1913 को लंदन में हुई शादी
राजकुमारी इंदिरा ने राजकुमार जितेंद्र से शादी करने के लिए अपने माता-पिता को मनाने की बहुत कोशिश की, लेकिन वे नहीं माने। उनके माता-पिता को शक था कि राजकुमार शराबी थे। परिवार भी उनको महत्व नहीं देता है। इसलिए राजकुमारी के पिता ने राजकुमार को बुलाकर अपनी बेटे से दूर रहने की चेतावनी दी। हालांकि, इसका दोनों पर कोई असर नहीं पड़ा और वे अकेले में मिलते रहे। आखिरकार, दोनों ने 25 अगस्त 1913 को लंदन में शादी कर ली। इस शादी में राजकुमारी के घर का कोई सदस्य शामिल नहीं हुआ।
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