Akhilesh Yadav On Budget 2025 : संसद में आम बजट 2025 पेश किया गया। इससे पहले समाजवादी पार्टी ने लोकसभा से वॉकआउट कर लिया। सपा सुप्रीमो और सांसद अखिलेश यादव ने महाकुंभ की भगदड़ में मरने वाले लोगों की लिस्ट मांगी। उन्होंने बजट से ज्यादा महाकुंभ की घटना को जरूरी बताया।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा बजटीय भाषण पढ़ते समय विपक्षी दलों के सांसदों ने लोकसभा से वॉकआउट कर दिया। उन्होंने समाजवादी पार्टी के सांसदों के विरोध के बीच अपना बजटीय भाषण शुरू किया, जिसमें पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव भी शामिल थे। विपक्षी दलों ने महाकुंभ भगदड़ पर चर्चा की मांग की।
आम बजट 2025 पर समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि महाकुंभ 12 साल बाद आता है। हमारे लिए बजट के आंकड़ों से ज्यादा महाकुंभ में मची भगदड़ में मरने वालों का डेटा महत्वपूर्ण है। सरकार यह नहीं बता पा रही है कि कितने लोग मरे, लापता हुए या घायल हुए। सरकार ने जो मौतों का आंकड़ा दिया है, वो झूठा है। आपने क्या इंतजाम किए हैं? ये सरकार कहती है कि हम हिंदुओं की पार्टी हैं, लेकिन हिंदुओं के इस सबसे बड़े पर्व के लिए वो इंतजाम नहीं कर पा रहे हैं। क्या यही है आपके विकसित भारत की परिभाषा कि भगदड़ में लोग मरेंगे।
उन्होंने आगे कहा कि देश की जनता समझ चुकी है कि इससे ज्यादा हिंदू विरोधी सरकार नहीं हो सकती। मेरी मांग है कि खोया-पाया केंद्र को सेना को सौंप दिया जाना चाहिए, क्योंकि उत्तर प्रदेश सरकार पर भरोसा नहीं किया जा सकता और इसमें शामिल उत्तर प्रदेश के अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।
#WATCH | Delhi: On #UnionBudget2025, Samajwadi Party chief Akhilesh Yadav says, “Maha Kumbh comes after 12 years. For us, the data of people who died in the stampede in Maha Kumbh is more important than the budget data. The government is not able to tell how many people died,… pic.twitter.com/MSh6ugVNRJ
— ANI (@ANI) February 1, 2025
#BudgetSession | Opposition parties demanded a discussion on the #MahaKumbh stampede. Walked out to mark their protest. https://t.co/1AAypBZ0D6
— ANI (@ANI) February 1, 2025
समाजवादी पार्टी के प्रमुख और पार्टी के सांसद अखिलेश यादव ने कहा कि इस समय बजट से भी ज्यादा महत्वपूर्ण बात यह है कि महाकुंभ में लोग अपने रिश्तेदारों को ढूंढ़ रहे हैं। मुख्यमंत्री कई बार वहां जा चुके हैं, केंद्रीय गृह मंत्री वहां जा चुके हैं, आज उपराष्ट्रपति जा रहे हैं और प्रधानमंत्री भी वहां जाएंगे- एक ऐसे महाकुंभ में जहां कई लोगों की मौत हो गई और सरकार मृतकों और लापता लोगों की संख्या बताने में विफल रही। हिंदुओं ने अपनी जान गंवाई है, सरकार को जागना चाहिए। मैंने पहले भी कहा था कि वहां सेना को बुलाया जाए। यह पहली बार हुआ है कि संतों ने अमृत स्नान से इनकार किया है।
#UPDATE | It was a symbolic walk out, all the MPs who walked out have joined the ongoing Lok Sabha session https://t.co/XtfxCXoEFF
— ANI (@ANI) February 1, 2025
अखिलेश यादव ने कहा कि लोगों को बजट आम मायूस न करें, लेकिन इससे भी ज्यादा जरूरी महाकुंभ में लापता को ढूंढना है। सरकार ने अभीतक मरने वाले और लापता लोगों की लिस्ट नहीं जारी की।