Sabse Bada Sawal, 21 March 2023: नमस्कार। मैं हूं संदीप चौधरी। सबसे बड़े सवाल में बात होगी भ्रष्टाचार की, 2024 की बड़ी लड़ाई की। ये दोनों आपस में जुड़े हुए हैं। इसमें आज एक और अध्याय भी जुड़ गया। जो भ्रष्टाचार की लड़ाई हो रही है, उसमें सात समंदर पार जो देश को हजारों करोड़ों रुपए चूना लगाकर भाग गए, उन्हें वापस लाने की भी कवायद भी शामिल है।
एंटीगुआ में जाकर छिपा था मेहुल
खबर आई कि मेहुल चौकसी, 7848 करोड़ का पंजाब नेशनल बैंक को चूना लगाकर देश छोड़कर भाग गया था। और एंटीगुआ में जाकर छिपकर बैठ गया। सीबीआई ईडी ने उसे लाने की पुरजोर कोशिश की, करोड़ों रुपए खर्च किए गए, खबर भी आई कि अब आएगा…अब आएगा।
जांच एजेंसियों को लगा धक्का
इंटरपोल ने रेड कॉर्नर नोटिस जारी कर रखे थे। यानी वह किसी देश में आ-जा नहीं सकेगा। दिखे तो गिरफ्तार कर लिया जाएगा। लेकिन वह रेड कॉर्नर नोटिस हटा दिया गया। यानी भारत के अलावा मेहुल चौकसी कहीं भी अब आ-जा सकता है। ये हमारी जांच एजेंसियों के लिए एक बड़ा धक्का है। वह मुहिम, वह कवायद जिसमें पाई-पाई चुकता की जाएगी कहा गया था, उस पर धक्का है।
कांग्रेस-आप सरकार पर हमलावर
कांग्रेस हमलावर है। राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि सरकार ने तो ईडी सीबीआई छोड़ रखी है कि विपक्ष के नेताओं के खिलाफ। उसमें मशगूल है। मोदी जी के मेरे मेहुल भाई चौकसी को रिहाई मिल गई है। परम मित्र यानी अडानी के लिए संसद ठप कर दी जाती है। पुराना दोस्त पांच साल पहले फरार, भला मोदी जी मदद से कैसे करें इंकार। बड़ा आरोप लगा रहे हैं।
इंटरपोल को ठोस सबूत क्यों नहीं दिए गए?
खैर देश को चूना सिर्फ मेहुल चौकसी ने नहीं लगाया है। विजय माल्या, नीरव मोदी, जतिन मेहता, केवल कृष्ण कुमार, नीलेश पारिख, आशीष जोबनपुत्रा, राजीव गोयल…कई नाम हैं। आम आदमी पार्टी भी ने भी सवाल दाग दिया है कि राहुल चौकसी ने कितना चंदा दिया, किस मंत्री ने मदद की? इंटरपोल को ठोस सबूत क्यों नहीं दिए गए?
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