कुमार गौरव, नई दिल्ली: अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण कार्य प्रगति पर है और जल्द ही इसके पूर्ण होने की संभावना है। इस बीच राम लला के प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रमों की तैयारियां भी शुरू हो गई है। ट्रस्ट से जुड़े सूत्रों के मुताबिक 16 से 24 जनवरी के बीच अयोध्या में राम लला का प्राण प्रतिष्ठा होना तय है। तिथि पर अंतिम निर्णय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही करेंगे।
अयोध्या में भगवान राम के प्राण प्रतिष्ठा का पूरा कार्यक्रम 7 दिन का होगा, इन ही तारीखों के बीच पीएम नरेंद्र मोदी विधिवत पूजा अर्चना कर राम मंदिर देशवासियों को समर्पित करेंगे। इस खास मौके पर प्रधानमंत्री देशवासियों के नाम छोटा संबोधन भी करेंगे।
पीएम जिस दिन प्राण प्रतिष्ठा करेंगे उस दिन के कार्यक्रम का पूरा खाका खींच लिया गया है। प्राण प्रतिष्ठा के दिन पीएम मोदी के संबोधन से पहले संघ प्रमुख मोहन भागवत, महंत गोपाल दास और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ भी कार्यक्रम में मौजूद लोगों को संबोधित करेंगे। रामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र के सूत्रों के मुताबिक ये भी तय किया गया है कि प्राण प्रतिष्ठा के दिन अयोध्या में करीब 5000 लोग मौजूद रहेंगे,लेकिन पब्लिक मीटिंग का कोई कार्यक्रम आयोजित नहीं किया जाएगा। ताकि कार्यक्रम पूरा आध्यात्मिक हो।
कौन कौन रहेगा मौजूद
राम मंदिर के लिए आंदोलन चलाने वाले आरएसएस के सभी 36 संगठन के लोग कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे। संघचालक समेत अन्य सभी वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहेंगे। इसके साथ ही बीजेपी और अन्य दूसरे दलों के लोगों को भी बुलाने पर चर्चा की जा रही है, लेकिन गैर बीजेपी राजनीतिक दलों से उन्हीं नेताओं को आमंत्रित किया जायेगा जिनके कार्यक्रम में आने की पूरी गारंटी होगी।
कैसी होगी तैयारी?
जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र सूत्रों के मुताबिक प्राण प्रतिष्ठा मंदिर परिसर में ही होगा। जहां कोई मंच नहीं बनेगा। मंच पर महज गणमान्य लोगों के लिए सीमित कुर्सियां रखी जाएगी। प्राण प्रतिष्ठा के दिन सीमित लोगों को ही आमंत्रित किया जाएगा । 5000 के आसपास कुल आमंत्रित सदस्य हो सकते हैं.
एक महीने तक दर्शन की व्यवस्था
प्राण प्रतिष्ठा के दिन और एक महीने तक रामलला के दर्शनभिलाषियों की भीड़ को कंट्रोल करना एक बड़ी चुनौती होगी। इसके लिए 26 जनवरी के बाद राज्यवार लोगों के लिए तिथि अलॉटमेंट किया जाएगा। दिए हुए तिथि के हिसाब से देश के अलग-अलग राज्यों के लोग अयोध्या पहुंच कर दर्शन करेंगे। प्राण प्रतिष्ठा की तिथि से लेकर अगले एक महीने तक श्रद्धालुओं के लिए पूरे अयोध्या शहर में रहने और खाने पीने के ले 10 से 15 जगह फ्री व्यवस्था की जाएगी। अयोध्या के सभी 3000 मंदिर में भंडारा चलाने की अपील रामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र करेगा।
भक्तों के लिए लाइव प्रसारण की व्यवस्था
प्राण प्रतिष्ठा से जुड़े कार्यक्रम के लाइव प्रसारण की व्यवस्था की जाएगी। पूरे अयोध्या और आस पास के जिलों में महत्वपूर्ण चौक चौराहे पर बड़े स्क्रीन लगाकर कार्यक्रम का लाइव प्रसारण किया जायेगा । इसके अलावा देश भर के करीब 5 लाख मंदिरों में भी स्क्रीन लगाकर प्राण प्रतिष्ठा का भव्य और ऐतिहासिक कार्यक्रम गांव गांव तक पहुंचाने की व्यवस्था होगी। राम लला के प्राण प्रतिष्ठा को आम आदमी से जोड़ने के लिए रामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र लोगों से अपील करेगा कि , हरेक व्यक्ति इस खास दिन अपने अपने घर के बाहर 5 दिया जलाए।
कैसी होगी भगवान राम की प्रतिमा
गर्भगृह में भगवान राम की मूर्ति की स्थापना का काम सीबीआरआई के देखरेख में की जा रही है। राम लला की प्रतिमा को साइंटिफिक और आध्यात्मिक महत्व के हिसाब से तैयार किया जा रहा है। भगवान राम के मूर्ति की पैर की उंगलियों से लेकर मस्तक तक ऊंचाई 51 इंच रखा गया है। जो सिर और बाल की सजावट के बाद करीब 55 सेंटी मीटर की होगी। मूर्ति के फाउंडेशन से लेकर मस्तक तक की कुल ऊंचाई 8 फूट 7 इंच की होगी। जमीन से लेकर भगवान राम के सिर की ऊंचाई तक संरचना सीबीआरआइ इस ढंग से निर्मित कर रहा है जिससे राम नवमी के दिन सूर्य की किरण सीधे भगवान के मस्तक पर आए।