अमेरिकी टैरिफ को लेकर PMO में पीएम मोदी की अध्यक्षता में बैठक शुरू हो गई है। इस बैठक में कई मंत्रालयों के मंत्री मौजूद हैं। माना जा रहा है कि इस बैठक में अमेरिका के 50% टैरिफ पर चर्चा के बाद आगे की रणनीति बनाई जाएगी। वहीं बुधवार से अमेरिका में भारतीय उत्पादों पर 50% टैरिफ लगना शुरू हो जाएगा। इसे लेकर ट्रंप सरकार ने वहां नोटिस भी जारी कर दिए हैं।
PMO में पीएम मोदी की अध्यक्षता में बैठक शुरू हो गई है। पीएम मोदी के साथ बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल मौजूद हैं। इस बैठक में वाणिज्य और वित्त मंत्रालय के कई वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद हैं। बताया जा रहा है कि ट्रंप के अतिरिक्त 25% टैरिफ से किस तरह निपटा जाए इस पर चर्चा चल रही है। बताया जा रहा है कि बैठक देर रात तक चली है। टैरिफ को लेकर एक लंबी चर्चा चली हे। बुधवार को अमेरिकी टैरिफ से निपटने को लेकर सरकार की तरफ बताया जा सकता है।
इन पर लगेगा 25% टैरिफ
अमेरिकी गृह सुरक्षा विभाग के अनुसार, 26 अगस्त की मध्यरात्रि 12 बजे से पहले भेजे गए और 17 सितंबर से पहले अमेरिकी बाजार में पहुंचने वाले माल पर केवल 25% टैरिफ लगाया जाएगा। अमेरिकी बाजार में भारत की मुख्य प्रतिस्पर्धा चीन, वियतनाम, मेक्सिको, बांग्लादेश, इंडोनेशिया जैसे देशों से है।
ये भी पढ़ें: भारत और अमेरिकी कंपनी में होगी 1 अरब डॉलर की डील, सेना को मिलेगी मजबूती
अमेरिका ने द्विपक्षीय व्यापार समझौते बैठक की रद्द
भारत का सबसे बड़ा निर्यात बाजार अमेरिका है, जहां पिछले चार वर्षों से भारतीय निर्यात लगातार बढ़ रहा है। भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय व्यापार समझौते (BTA) पर बातचीत इस साल अप्रैल में शुरू हुई थी और दोनों देश इस साल अक्टूबर तक पूरा करने की उम्मीद कर रहे थे। BTA को लेकर कई दौर की बैठकें भी हो चुकी थीं और अगले चरण की बैठक के लिए अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल 25 अगस्त से दिल्ली आने वाला था, जिसे अमेरिका ने रद्द कर दिया।
ये भी पढ़ें: ट्रंप टैरिफ से लगेगा बड़ा झटका, क्या होगा नुकसान और कितनी जाएंगी नौकरियां? 5 पॉइंट में जानें सबकुछ
भारत पर क्यों लगाया भारी-भरकम टैरिफ?
दरअसल भारत रूस से तेल खरीदता है। पिछले काफी समय से भारत का रूस के साथ व्यापार चल रहा है। दूसरी डोनाल्ड ट्रंप रूस-यूक्रेन के बीच युद्ध रोकने में जुटे हैं। ट्रंप का कहना है कि रूस की नीतियां अभी भी अमेरिकी सुरक्षा और विदेश नीति के लिए खतरा हैं। अमेरिका ने टैरिफ सिर्फ इसलिए लगाए हैं क्योंकि भारत रूस से कच्चा तेल खरीदता है। ट्रंप का कहना है कि रूस से तेल खरीदकर भारत यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में उसकी मदद कर रहा है।










