PM Modi In Guwahati: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुवाहाटी में शुक्रवार को कहा कि आजकल नई बिमारी देखने को मिल रही है। मैं देश में कहीं भी जाता हूं और 9 वर्षों में हुए विकास की चर्चा करता हूं तो उससे कुछ लोगों को परेशानी हो जाती है। वह शिकायत करते हैं कि दशकों तक उन्होंने भी देश पर राज किया, उन्हें श्रेय क्यों नहीं मिलता। श्रेय के भूखे लोगों और जनता की राज करने की भावना ने देश का बहुत अहित किया है।
पीएम मोदी ने कहा कि आज उत्तर पूर्व को अपना पहला AIIMS और असम को 3 नए मेडिकल कॉलेज मिले हैं। IIT-गुवाहाटी के साथ मिलकर आधुनिक रिसर्च के लिए 500 बिस्तर वाले सुपर स्पेशलिटी वाले अस्पताल का भी शिलान्यास हुआ है। असम के लाखों-लाख साथियों तक आयुष्मान कार्ड पहुंचाने का काम मिशन मोड पर शुरू हुआ है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 2014 से पहले 10 सालों में करीब 150 मेडिकल कॉलेज ही बने थे, पिछले 9 वर्षों में हमारी सरकार में करीब 300 नए मेडिकल कॉलेज बने हैं। पिछले 9 वर्षों में देश में MBBS की सीटें भी दोगुनी बढ़कर एक लाख से अधिक हो चुकी हैं।
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#WATCH | Whenever I talk about the development of the country that has been done in the last 9 years, some people get disturbed because they are not getting the credit for growth… The previous govt was hungry for credit.: PM Narendra Modi in Guwahati, Assam pic.twitter.com/t0JYCOPTiC
---विज्ञापन---— ANI (@ANI) April 14, 2023
पीएम बोले- बीते वर्षों में 15 नए AIIMS पर काम शुरू किया, गुवाहाटी इसका परिणाम है
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमने बीते वर्षों में 15 नए AIIMS पर काम शुरू किया। इनमें से अधिकतर में इलाज और पढ़ाई दोनों सुविधा शुरू हो चुकी है। AIIMS गुवाहाटी भी इसका परिणाम है कि हमारी सरकार जो संकल्प लेती है उसे सिद्ध करके दिखाती है। यह असम की जनता का प्यार है कि मुझे खींचकर ले आता है।
पीएम मोदी ने कहा कि BJP की सरकारों में नीति, नीयत और निष्ठा किसी स्वार्थ से नहीं बल्कि ‘राष्ट्र प्रथम, देशवासी प्रथम’ इसी भावना से हमारी नीतियां तय होती हैं। इसलिए हमने वोटबैंक की बजाए देश की मुश्किलों को कम करने पर ध्यान दिया। हमने लक्ष्य बनाया कि हमारी बहनों को इलाज के लिए दूर ना जाना पड़े। हमने तय किया कि किसी गरीब को पैसे के अभाव में अपना इलाज न टालना पड़े। हमने प्रयास किया कि हमारे गरीब परिवारों को भी घर के पास ही बेहतर इलाज मिले।
प्रधानमंत्री बोले- हम आपके सेवक होने की भावना से करते हैं काम
पीएम ने कहा कि हम आपके सेवक होने की भावना से काम करते हैं, इसलिए नॉर्थ ईस्ट हमें दूर भी नहीं लगता और अपनेपन का भाव भी बना रहता है। आज नॉर्थ ईस्ट में लोगों ने विकास की बागडोर आगे बढ़कर खुद संभाल ली है। भारत के विकास के मंत्र को लेकर आगे बढ़ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों की नीतियों के कारण हमारे पास डॉक्टरों और चिकित्सा पेशेवरों की संख्या कम थी। यह भारत में गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा के लिए एक बड़ी बाधा थी। इसलिए, पिछले नौ वर्षों में, हमारे सरकारी मेडिकल ने मेडिकल इन्फ्रा और चिकित्सा पेशेवरों को बढ़ाने की दिशा में काम किया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं समझता हूं कि इलाज के लिए पैसा नहीं होना गरीबों के लिए एक बड़ी चिंता है और इसलिए हमने आयुष्मान भारत योजना शुरू की। मैं जानता हूं कि महंगी दवाएं गरीब और मध्यम वर्ग के लिए एक बड़ी चिंता का विषय हैं और इसलिए हमारी सरकार ने सस्ती दवाओं के लिए 9,000 से अधिक जन औषधि केंद्र खोले हैं।
AIIMS गुवाहाटी, तीन नए मेडिकल कॉलेजों का भी किया उद्घाटन
बता दें कि पीएम मोदी शुक्रवार को गुवाहाटी पहुंचे जहां उन्होंने AIIMS गुवाहाटी का उद्घाटन किया। उन्होंने यहां कोकराझार, नलवारी और नगांव महाविद्यालय और चिकित्सालय का उद्घाटन किया। इस मौके पर मौजूद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि पहले उत्तर पूर्व के लोगों को दिल्ली, कोलकाता जैसे बड़े शहरों में इलाज कराने जाना पड़ता था जिससे उनका सफर पीड़ा से भर जाता था। अब उनकी यह पीड़ादायक यात्रा खत्म हो चुकी है। आज गुवाहटी AIIMS के साथ गुवाहाटी को 3 सरकारी मेडिकल कॉलेज मिलने जा रहे हैं।
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पहले उत्तर पूर्व के लोगों को दिल्ली, कोलकाता जैसे बड़े शहरों में इलाज कराने जाना पड़ता था जिससे उनका सफर पीड़ा से भर जाता था। अब उनकी यह पीड़ादायक यात्रा खत्म हो चुकी है। आज गुवाहटी AIIMS के साथ गुवाहाटी को 3 सरकारी मेडिकल कॉलेज मिलने जा रहे हैं: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख… https://t.co/CDAqkrkqyJ pic.twitter.com/nL77Sz4fyp
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 14, 2023
वहीं, असम के मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं असम के लोगों को बताना चाहता हूं कि आज हमने 1.10 करोड़ आयुष्मान भारत कार्ड तैयार किए हैं और अगले डेढ़ महिने में 3.3 करोड़ लोगों को आयुष्मान भारत कार्ड बनाकर देगें। इसकी मदद से हर व्यक्ति प्रति वर्ष 5 लाख रुपए तक बिना पैसे में AIIMS, सरकारी मेडिकल कॉलेज या प्रावईवेट अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाएं ले सका है।