नई दिल्ली: स्पीकर ओम बिरला ने सोमवार को कांग्रेस के चार लोकसभा सदस्यों का निलंबन रद्द कर दिया। हालांकि, ओम बिरला ने चेतावनी दी कि अगर सदन में फिर से तख्तियां लाकर हंगामा किया गया तो वह सख्त कार्रवाई करेंगे। गतिरोध खत्म होने के साथ ही संसद के निचले सदन में महंगाई पर चर्चा शुरू हो गई।
वहीं, सांसदों को एक और मौका देते हुए बिरला ने कहा, ‘मैं सदन के सभी पक्षों से अनुरोध करूंगा कि तख्तियां सदन के अंदर न लाएं। अगर सांसद कभी भी तख्तियां लेकर आए तो मैं न तो सरकार की सुनूंगा और न ही विपक्ष की और निश्चित रूप से कार्रवाई करूंगा। मैं उन्हें आखिरी मौका दे रहा हूं।’
सांसदों के निलंबन को लेकर विपक्ष के विरोध के बीच सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। जब सदन 12 बजे फिर से शुरू हुआ, तो विपक्षी सांसदों ने दोबारा नारेबाजी की, जिसके कारण दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
कांग्रेस के चार सदस्यों – मनिकम टैगोर, राम्या हरिदास, टी एन प्रतापन और एस जोथिमणि को पिछले सोमवार को शेष सत्र के लिए सदन के अंदर विरोध प्रदर्शन और तख्तियां ले जाने के लिए निलंबित कर दिया गया था। 18 जुलाई को मॉनसून सत्र शुरू होने के बाद से लोकसभा की कार्यवाही ज्यादातर विपक्ष के विरोध और कीमतों में वृद्धि और कुछ खाद्य पदार्थों पर जीएसटी दर में वृद्धि पर चर्चा की मांगों के कारण बाधित रही है।